नई दिल्ली/जयपुर. कांग्रेस आज़ादी के बाद सबसे बड़ी हार के सदमे में है. पार्टी नेतृत्व संकट से जूझ रही है. राहुल गांधी की नाराजगी चरम पर है. राहुल सबसे ज्यादा नाराज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बताए जा रहे हैं. कारण यह बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत ने अपनी पूरी ऊर्जा अपने बेटे वैभव गहलोत में लगा दी. जिसके कारण राज्य में पार्टी की दुर्गति हो गई. जबकि वैभव गहलोत का मानना है कि उनकी पुरानी राजस्थान की सभी सीटों पर बराबर मेहनत की. लेकिन पार्टी हार गई. ईटीवी भारत से बात करते हुए वैभव गहलोत ने कहा मुझे नहीं पता राहुल गांधी मुख्यमंत्री से क्यों नाराज हैं. लेकिन उन्होंने मेरे संसदीय क्षेत्र में एक दिन वक्त दिया. पूरी मेहनत राजस्थान के लिए थी. बावजूद इसके पार्टी हार गई.
वैभव ने कहा की पार्टी की हार हुई है. अब मंथन का दौर है. दरअसल दिल्ली में राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे ने उन सभी लोकसभा प्रत्याशियों को लाइन हाजिर किया था. जिन की हार हुई है दिलचस्प यह है कि राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीट पर पार्टी की हार हुई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने कहा कि दिल्ली में 2 दिन तक पार्टी हार पर मंथन कर रही. उसके बाद आगे की लोकल बॉडी के चुनाव पर भी चर्चा होगी. पार्टी इस पर विमर्श करेगी कि आखिर हमारी हार क्यों हुई और आगे की लड़ाई कैसे लड़ी जाए.
जब से कांग्रेस की हार हुई है तब से लगातार अशोक गहलोत कठघरे में हैं. गहलोत तीन बार दिल्ली राहुल गांधी से मिलने आए लेकिन राहुल उनसे एक बार भी नहीं मिले. इससे साफ है कि पार्टी में सबसे ज्यादा नाराजगी कांग्रेस अध्यक्ष की अशोक गहलोत से है और उसके केंद्र में वैभव गहलोत हैं. इस लिहाज से वैभव पार्टी के अंदर और बाहर सबसे ज्यादा चर्चा में बने हुए हैं. लेकिन वैभव ने बड़ी बेबाकी से ईटीवी भारत से बात करते हुए हर सवाल का जवाब दिया और यह कहा कि हार हुई है लेकिन उनके पिता ने पूरी उर्जा उन पर लगाई ये आरोप गलत है.