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कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर बोले मुख्यमंत्री गहलोत, संक्रमण के लिए हम राजनेता भी कुछ हद तक दोषी - Message from Chief Minister Gehlot

प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश वासियों के नाम संदेश दिया है. मुख्यमंत्री ने जनता से एक बार फिर कोरोना प्रोटोकॉल गाइडलाइन की पालना करने की अपील की है. इसके साथ और क्या कुछ कहा गहलोत ने पढ़िए पूरी खबर...

Chief Minister Ashok Gehlot, Ashok Gehlot message
कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर बोले मुख्यमंत्री गहलोत
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Published : Apr 17, 2021, 2:26 AM IST

जयपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर लाइव आकर आमजन से कोविड प्रोटोकॉल की पालना करने की अपील की. गहलोत ने कहा कि अचानक आई कोरोना की दूसरी लहर ने पिछले एक महीने से तबाही मचा दी. एक दिन में 33 मौत हो रही हैं. ये कोरोना घातक रूप लेकर बहुत तेजी से बच्चों युवाओं में भी फैल रहा है. श्मशान गृहों में वेटिंग हैं, खुले में अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है. अस्पतालों के के बाहर एंबुलेंसों की लाइन लगी हुई. उन्होंने कहा कि ऐसी डरावनी तस्वीर सामने आ रही हैं.

कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर मुख्यमंत्री गहलोत का संदेश

हालांकि गहलोत ने कहा कि राज्य में पड़ोसी राज्यों से अच्छी स्थिति है. महाराष्ट्र में हालात खराब हो चुके हैं. ऑक्सीजन की कमी हो गई है. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार नहीं चाहते थी कि वीकेंड कफ्र्यू लगाया जाए, लेकिन लोग लापरवाह हो गए समझाने के बावजूद नहीं मान रहे. चुनाव के दौरान तो सारी हदें पार कर दीं. ज्यूडिशिनरी ने भी चुनाव करवाने के लिए कहा. कुछ हद तक हम भी जिम्मेदार हैं.

सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना की जंग से पिछले 13 महीने से हम लोग जूझ रहे हैं. 12 महीने लगातार जूझने के बाद में लगने लगा था कि अब कोरोना चला जाएगा और हमने कोई कमी नहीं रखी थी उस वक्त में हम लोग टैस्टिंग के लिए पुणे और दिल्ली सैंपल भेजते थे. आज 70 हजार टैस्टिंग पर डे की कैपेसिटी हमने यहां पर बना ली. आईसीयू बेड्स तैयार कर लिए है. वैंटिलेटर तैयार कर लिए है. ऑक्सीजन के लिए जनरेशन प्लांट लगा दिए है.

आधारभूत ढांचा पूरा तैयार किया और आप सबके सहयोग से पूरे प्रदेशवासियों से सहयोग से उनके आशीर्वाद से जितने धर्मगुरु थे, एक्टिविस्ट थे, एनजीओ थे, व्यापारी थे, मजदूर संगठनों के लोग थे, कर्मचारी संगठनों के लोग थे, या चाहे राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता थे, सब लोगों ने मिलकर वो जंग लड़ी थी. हम लोग वो जंग जीत गए थे. भीलवाड़ा मॉडल का भी और राजस्थान का भी पूरे देश में ही नहीं, बल्कि देश के बाहर दुनिया के मुल्कों के अंदर भी प्रचार हुआ कि राजस्थान में बहुत शानदार कोरोना का प्रबंधन हो रहा है.

ये भी पढ़ें: पढे़ं- Rajasthan Corona Update : राजस्थान में एक बार फिर कोरोना विस्फोट, 31 मरीजों की मौत, 7359 नए संक्रमण के मामले आए सामने

गहलोत ने कहा कि हम लोगों के लिए गर्व करने की बात थी. अचानक जो दूसरी लहर आई है पिछले 1 महीने से पूरी तरह तबाही मचा दी, 15 मार्च को 250 केस आ रहे थे, अब साढ़े 6 हजार केस प्रतिदिन आ गए हैं.

बचाव ही है उपाय...
गहलोत ने कहा कि हमे ये ध्यान रखना है कि कोरोना हो ही क्यों. बचाव ही उपाय है. ये दिमाग में रखें. महामारी की लड़ाई अस्पतालों में नहीं मैदान में लड़ी जाती है. कोरोना से बचाव का प्रोटोकॉल अपनाएं. वैक्सीन की तरह मास्क लगाना प्रभावशाली है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी वैक्सीन की कमी है केन्द्र भेज नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने भी वैक्सीन लगवा ली है, आप सभी को भी लगवानी है. सरकारी पूरी व्यवस्था करने में लगी हुई है.

जयपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर लाइव आकर आमजन से कोविड प्रोटोकॉल की पालना करने की अपील की. गहलोत ने कहा कि अचानक आई कोरोना की दूसरी लहर ने पिछले एक महीने से तबाही मचा दी. एक दिन में 33 मौत हो रही हैं. ये कोरोना घातक रूप लेकर बहुत तेजी से बच्चों युवाओं में भी फैल रहा है. श्मशान गृहों में वेटिंग हैं, खुले में अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है. अस्पतालों के के बाहर एंबुलेंसों की लाइन लगी हुई. उन्होंने कहा कि ऐसी डरावनी तस्वीर सामने आ रही हैं.

कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर मुख्यमंत्री गहलोत का संदेश

हालांकि गहलोत ने कहा कि राज्य में पड़ोसी राज्यों से अच्छी स्थिति है. महाराष्ट्र में हालात खराब हो चुके हैं. ऑक्सीजन की कमी हो गई है. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार नहीं चाहते थी कि वीकेंड कफ्र्यू लगाया जाए, लेकिन लोग लापरवाह हो गए समझाने के बावजूद नहीं मान रहे. चुनाव के दौरान तो सारी हदें पार कर दीं. ज्यूडिशिनरी ने भी चुनाव करवाने के लिए कहा. कुछ हद तक हम भी जिम्मेदार हैं.

सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना की जंग से पिछले 13 महीने से हम लोग जूझ रहे हैं. 12 महीने लगातार जूझने के बाद में लगने लगा था कि अब कोरोना चला जाएगा और हमने कोई कमी नहीं रखी थी उस वक्त में हम लोग टैस्टिंग के लिए पुणे और दिल्ली सैंपल भेजते थे. आज 70 हजार टैस्टिंग पर डे की कैपेसिटी हमने यहां पर बना ली. आईसीयू बेड्स तैयार कर लिए है. वैंटिलेटर तैयार कर लिए है. ऑक्सीजन के लिए जनरेशन प्लांट लगा दिए है.

आधारभूत ढांचा पूरा तैयार किया और आप सबके सहयोग से पूरे प्रदेशवासियों से सहयोग से उनके आशीर्वाद से जितने धर्मगुरु थे, एक्टिविस्ट थे, एनजीओ थे, व्यापारी थे, मजदूर संगठनों के लोग थे, कर्मचारी संगठनों के लोग थे, या चाहे राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता थे, सब लोगों ने मिलकर वो जंग लड़ी थी. हम लोग वो जंग जीत गए थे. भीलवाड़ा मॉडल का भी और राजस्थान का भी पूरे देश में ही नहीं, बल्कि देश के बाहर दुनिया के मुल्कों के अंदर भी प्रचार हुआ कि राजस्थान में बहुत शानदार कोरोना का प्रबंधन हो रहा है.

ये भी पढ़ें: पढे़ं- Rajasthan Corona Update : राजस्थान में एक बार फिर कोरोना विस्फोट, 31 मरीजों की मौत, 7359 नए संक्रमण के मामले आए सामने

गहलोत ने कहा कि हम लोगों के लिए गर्व करने की बात थी. अचानक जो दूसरी लहर आई है पिछले 1 महीने से पूरी तरह तबाही मचा दी, 15 मार्च को 250 केस आ रहे थे, अब साढ़े 6 हजार केस प्रतिदिन आ गए हैं.

बचाव ही है उपाय...
गहलोत ने कहा कि हमे ये ध्यान रखना है कि कोरोना हो ही क्यों. बचाव ही उपाय है. ये दिमाग में रखें. महामारी की लड़ाई अस्पतालों में नहीं मैदान में लड़ी जाती है. कोरोना से बचाव का प्रोटोकॉल अपनाएं. वैक्सीन की तरह मास्क लगाना प्रभावशाली है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी वैक्सीन की कमी है केन्द्र भेज नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने भी वैक्सीन लगवा ली है, आप सभी को भी लगवानी है. सरकारी पूरी व्यवस्था करने में लगी हुई है.

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