जयपुर. राजस्थान से संगठित अपराध के खात्मे की कवायद में जुटी पुलिस अब चर्चित बदमाशों पर नकेल कस रही है. सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के मामले में आनंदपाल की बेटी चरणजीत सिंह उर्फ चीनू, बलवीर बानूड़ा के बेटे सुभाष बानूड़ा और आनंदपाल गिरोह के सुभाष बराल के खिलाफ 25-25 हजार रुपए का इनाम पिछले दिनों जारी किया गया है. अब सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड का की जिम्मेदारी लेने वाला सतिंदरजीत सिंह गोल्डी बराड़ राजस्थान पुलिस के निशाने पर है और उसके खिलाफ इंटरपोल से ’रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी करवाने की कवायद शुरू की जा चुकी है.
राजस्थान पुलिस के साथ ही दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की पुलिस के लिए सिरदर्द बना गोल्डी बराड़ अब कनाडा के टॉप-25 बदमाशों में शामिल हो गया है. टॉप-25 बदमाशों की सूची में 15वें नंबर पर उसका नाम है. राजस्थान पुलिस की फाइलों में उसके खिलाफ दर्ज मामलों और सबूतों की फाइल बनाकर सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल को भेजी गई है. इसमें बराड़ से जुड़ी कई जानकारियां भी इंटरपोल से साझा की गई है. बता दें कि गोल्डी बराड़ राजस्थान में भी हथियार तस्करी और हाई प्रोफाइल फिरौती और रंगदारी के मामलों में वांछित है. इनमें से कई मामलों में कोर्ट में पेश चार्जशीट में उसका नाम है और उसे स्थाई वारंटी घोषित किया गया है.
सीआईडी सीबी के डीआईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस हमारे यहां से जारी करवाने की प्रक्रिया शुरू करवा दी गई है. उसके खिलाफ पंजाब पुलिस की अभिशंसा पर पहले से ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी है. उसी में गोल्डी बराड़ के राजस्थान में भी वांछित होने की जानकारी अपडेट कर दी जाएगी. इसके लिए हमने यहां से फाइल तैयार कर सीबीआई को भिजवा दी है. जहां से इंटरपोल को फाइल भेजी गई है. अब आगे जो भी कार्रवाई होगी वो इंटरपोल करेगी.
फोटोग्राफ्स और बायोमैट्रिक्स किए साझाः डीआईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि राजस्थान पुलिस ने गोल्डी बराड़ के खिलाफ स्टैंडिंग वारंट इश्यू करवाया है. कई मामलों में कोर्ट में पेश चार्जशीट में भी उसका नाम है. उसके फोटोग्राफ्स, बायोमैट्रिक्स, फिंगरप्रिंट्स के साथ ही उसका राजस्थान में क्रिमिनल रिकॉर्ड और सबूतों की फाइल तैयार कर सीबीआई को भेजी है. जहां से यह फाइल इंटरपोल को साझा की गई है.
अनुराधा के साथ बनाया इंटरनेशनल क्राइम सिंडिकेटः मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोल्डी बराड़ आनंदपाल की सहयोगी रही अनुराधा का भी क्राइम पार्टनर है. इन दोनों ने मिलकर इंटरनेशनल क्राइम सिंडिकेट भी बनाया है. ये दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में रंगदारी, हथियार तस्करी, जमीन हथियाने की वारदातों को अंजाम देते हैं. कई अन्य वारदातों के लिए बदमाशों के ठहरने और उन्हें हथियार मुहैया करवाने के मामलों में भी इनका नाम सामने आया है. हाई प्रोफाइल लोगों से फिरौती के मामलों में वांछित सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ राजस्थान में भी कई आपराधिक मामलों में वांछित है.
जयपुर में फिरौती के लिए धमकाने के मामलों में गोल्डी बराड़ की भूमिका सामने आई थी. उसने खुद भी कई लोगों को वीडियो कॉल कार रंगदारी के लिए धमकाया था. इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में दर्ज रंगदारी के मामलों के साथ ही वारदातों के लिए हथियार मुहैया करवाने के मामलों में भी उसकी भूमिका सामने आई है. अपराधियों को राजस्थान में शरण दिलवाने में भी उसकी भूमिका सामने आई है.
लॉरेंस का करीबी, विदेश में रहकर कर रहा है गैंग ऑपरेटः पंजाब के रहने वाला गोल्डी बराड़ के बारे में माना जाता है कि वह साल 2017 में हत्या के एक मामले में नाम सामने आने के बाद कनाडा भाग गया था. कुछ दिन पहले कैलिफोर्निया में उसके गिरफ्तार होने की खबरें सामने आई थीं, लेकिन उनकी पुष्टि नहीं हो पाई है. बताया जाता है कि पिछले दिनों वह कनाडा से भागकर अमेरिका पहुंच गया. वह लॉरेंस विश्नोई का सबसे विश्वसनीय माना जाता है और लॉरेंस के जेल जाने के बाद वह विदेश में रहकर गैंग को ऑपरेट कर रहा है.