जयपुर. राजधानी के हटवाड़ा (हसनपुरा) इलाके में एक रोहिंग्या नागरिक अपनी मां के साथ कई सालों से नाम बदलकर रह रहा है. उसकी मां भी फर्जी नाम के साथ उसके साथ रह रही है. उसने फर्जीवाड़ा कर जाली नाम से आधार कार्ड और पासपोर्ट भी बनवा लिया. पड़ताल में मामला उजागर होने के बाद सोडाला थाने में उसके खिलाफ फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है.
सोडाला थानाधिकारी सतपाल सिंह ने बताया कि थाने के कांस्टेबल गणेश की रिपोर्ट के आधार पर रोहिंग्या नागरिक मोहम्मद हासिम और उसकी मां नूर सबा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. उसने अपनी पहचान छुपाकर फर्जी तरीके से आधार कार्ड और पासपोर्ट भी बनवा लिया. इस मुकदमें की जांच थाने के एसआई धर्मेंद्र कुमार को सौंपी गई है.
डीसीपी के पत्र पर शुरू की थी जांचः दरअसल, डीसीपी (दक्षिण) योगेश गोयल को हसनपुरा इलाके में रोहिंग्या नागरिक के फर्जी तरीके से जाली नाम और पहचान के साथ हसनपुरा इलाके में रहने की शिकायत मिली थी. इस पर उन्होंने 21 अप्रैल, 2023 को सोडाला थानाधिकारी को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए थे. पत्र में यह भी बताया गया था कि एक बांग्लादेशी नागरिक अलामीन के साथ रोहिंग्या नागरिक मोहम्मद हासिम और उसकी मां नूर सबा हसनपुरा इलाके में रह रही है.
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मोहम्मद हासिम बना चांद कुरैशी, नूर सबा बनी यास्मीनः डीसीपी (दक्षिण) योगेश गोयल के निर्देश पर सोडाला थाने के कांस्टेबल गणेश ने जब इस मामले की पड़ताल शुरू की, तो सामने आया कि रोहिंग्या नागरिक मोहम्मद हासिम और उसकी मां नूर सबा हसनपुरा के हटवाड़ा में रह रहे हैं. पड़ताल में यह भी सामने आया है कि मोहम्मद हासिम चांद कुरैशी बनकर और उसकी मां नूर सबा यास्मीन बनकर यहां रह रही है.
रिकॉर्ड निकलवाया तो सामने आई हकीकतः जांच-पड़ताल के दौरान सोडाला थाने के कांस्टेबल गणेश ने क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट और सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार भवन से आधार कार्ड का रिकॉर्ड निकलवाया तो यह खुलासा हुआ कि चांद कुरैशी असल में रोहिंग्या निवासी मोहम्मद हासिम है और यास्मीन का भी असल नाम नूर सबा है. अब इन दोनों के खिलाफ फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है.