जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ रही महिला हिंसा और दुष्कर्म के मामलों पर एक तरफ भाजपा जहां गहलोत सरकार पर हमलावर है. वहीं दूसरी ओर अब अलग-अलग संगठनों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में राजधानी जयपुर के स्टैच्यू सर्किल पर बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्रित हुई और कैंडल जलाकर विरोध दर्ज कराया. इस कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में यूथ भी मौजूद रहे.
श्राद्ध पक्ष में दी श्रद्धांजलि: राजस्थान यूनिवर्सिटी की पूर्व उपाध्यक्ष और भाजपा नेत्री सुजाता मीणा ने बताया कि राजस्थान में जिस तरह से हर दिन मासूम बच्चियों के साथ में दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही हैं. वह बड़ी चिंता का विषय है. हाल ही में भीलवाड़ा, चूरू, सीकर, बीकानेर, अजमेर सहित कई जिलों में महिलाओं और बच्चियों के साथ में दुष्कर्म की घटना सामने आई. इतना ही नहीं दो दिन जयपुर में एक महिला का अधजला शरीर मिला. यह सब दिखाता है कि राजस्थान में किस तरह से अपराधियों के हौंसले बुलंद है. उनमें बिल्कुल भी डर नहीं है. सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरीके से नाकाम रही है.
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सुजाता मीणा ने कहा कि वक्त आ गया है कि इस सरकार को उखाड़ फेंके और इसीलिए बड़ी संख्या में यहां पर स्टूडेंट और महिलाएं एकत्रित हुई हैं. उन्होंने बताया कि श्रद्धा पक्ष चल रहा है. ऐसे में आज यहां पर उन महिलाओं और बच्चियों को भी श्रद्धांजलि दी गई, जिन्हें प्रदेश की गहलोत सरकार सुरक्षा नहीं दे पाई और वह किसी अनहोनी का शिकार हुई है.
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महिला जाग चुकी है: महिला सुरक्षा मंच की अध्यक्ष बबिता शर्मा ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्य है कि जिस सरकार के पास महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वह सुरक्षा देने में इन 5 सालों में पूरी तरीके से नाकाम रही है. सरकार कहती रही कि हम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए पुलिस थानों में FIR अनिवार्य कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से अपराधियों कोई सरकार ने संरक्षण दिया है.
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बबिता शर्मा ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा और न्याय मिलना, तो दूर आज उन्हें घर से बाहर निकलने में भी डर लगता है. राजस्थान में जिस तरह से महिला हिंसा और महिला दुष्कर्म के मामले में जो ग्राफ बड़ा है. उसने आज राजस्थान को शर्मिंदा किया है. महिला विरोधी सरकार के खिलाफ अब प्रदेश की महिलाएं जाग चुकी हैं. आने वाले विधानसभा चुनाव में यह महिलाएं इस सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगी.