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Home for birds animals in Jaipur : जयपुर में रेल की पटरियों के किनारे बेजुबानों का आशियाना, CA ने संवारी सूरत - Jaipur Latest news

जयपुर में चार्टर्ड अकाउंटेंट संदीप ने रेल की पटरियों के किनारे बेजुबानों का आशियाना बनाया (Home for birds animals in Jaipur) है. संदीप के इस काम को देखते हुए आसपास के लोग भी उनके साथ जुड़ रहे हैं.

Home for birds animals in Jaipur
Home for birds animals in Jaipur
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Published : Apr 21, 2023, 11:34 AM IST

जयपुर में रेल की पटरियों के किनारे बेजुबानों का आशियाना

जयपुर. प्रोफेशनल्स की ओर से सामाजिक सेवा के कार्यों के बारे अक्सर लोग सुनते हैं और कई कहानियां भी सामने आती हैं. कुछ ऐसा ही सामाजिक दायित्व और प्राकृतिक की अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं जयपुर में पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट संदीप गुप्ता. उन्होंने सेवा के इस काम को बेजुबान जानवरों से जुड़कर दिखाया. संदीप गुप्ता ने मालवीय नगर इलाके में रेल की पटरी के किनारे खाली पड़ी जमीन पर बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए आशियाना बनाया. देखते ही देखते सीए संदीप ने इस खाली जमीन को संवार दिया, जो अब परिंदों के साथ-साथ कई जानवरों का भी आशियाना बन चुकी है. संदीप के इस काम को आसपास के लोग सराहने लगे हैं और उनके साथ मिलकर इस काम को आगे बढ़ाने का इरादा कर चुके हैं.

home for birds animal on side of railway track in Jaipur
पक्षियों के लिए परिंडे लगाए गए हैं

कैसे आया ये विचार : चार्टर्ड अकाउंटेंट संदीप कहते हैं कि हाल ही में जब वंदे भारत ट्रेन को अपने घर के नजदीक पटरियों से गुजरते वक्त उन्होंने देखा, तो नोटिस किया कि लोग बेखौफ पटरियों पर जा रहे हैं. रेलवे ट्रैक पर हादसों का भी जिक्र करते हुए संदीप ने कहा कि तब मेरे मन में विचार आया कि क्यों न टूटी हुई दीवार पर तारबंदी पशु-पक्षियों के लिए कुछ अलग किया जाए, जिससे इस तरफ से बेखौफ पटरियों पर जाने वालों पर रोक लग सके.

home for birds animal on side of railway track in Jaipur
स्वान के खाने का सामान यहां डालें

उन्होंने रेलवे ट्रैक के नजदीक टूटी हुई दीवार पर तारबंदी की और धीरे-धीरे इस तारबंदी के अंदर ही पहले पक्षियों के लिए परिंडे लगाए और फिर चुग्गे पानी का इंतजाम किया. संदीप गुप्ता आगे बताया कि उन्होंने देखा कि लोग अक्सर ट्रैक के आसपास घर में पकड़े गए चोरों को छोड़ जाते हैं. मैंने (संदीप गुप्ता) ने इन चूहों के बिल के नजदीक ब्रेड डालकर उनकी भोजन की व्यवस्था की और फिर लावारिस मवेशी और कुत्तों के लिए भी इंतजाम किया.

home for birds animal on side of railway track in Jaipur
घायल पक्षियों को रखने के बाद फोन करें

पढ़ें : Indian bird fair 2023 का समापन: पक्षी विशेषज्ञों ने दूरबीन और टेलिस्कोप से पक्षियों को निहारा

लोगों ने भी ली प्रेरणा : संदीप गुप्ता को रेल की पटरी के किनारे गंदगी से सराबोर जमीन पर सिर्फ साफ-सफाई करते और वहां बेजुबान जानवरों के लिए काम करते जब लोगों ने देखा, तो वह भी उनके साथ जुड़ने आने लगे. इस क्षेत्र में नजदीक बने मंदिर के पुजारी कहते हैं कि इस नेक काम में वे भी संदीप गुप्ता के साथ हैं. वहीं, कुछ और लोगों ने भी संदीप गुप्ता के काम को सराहते हुए कहा कि वे अब रोजाना यहां पहुंचकर जीवन सेवा के ध्येय को साकार करने में भरोसा करने लगे हैं. मौजूदा हालात पर व्यंग्य कसते हुए संदीप कहते हैं कि अगर जीव जंतुओं को बचाने के लिए समय पर प्रयास नहीं किए गए तो एक दिन ऐसा आएगा, जब नामीबिया से लाए गए चीतों की तर्ज पर हमें अन्य जीव-जंतु भी विदेशों से लाने पड़ेंगे.

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संदीप गुप्ता का सराहनीय काम

जयपुर में रेल की पटरियों के किनारे बेजुबानों का आशियाना

जयपुर. प्रोफेशनल्स की ओर से सामाजिक सेवा के कार्यों के बारे अक्सर लोग सुनते हैं और कई कहानियां भी सामने आती हैं. कुछ ऐसा ही सामाजिक दायित्व और प्राकृतिक की अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं जयपुर में पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट संदीप गुप्ता. उन्होंने सेवा के इस काम को बेजुबान जानवरों से जुड़कर दिखाया. संदीप गुप्ता ने मालवीय नगर इलाके में रेल की पटरी के किनारे खाली पड़ी जमीन पर बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए आशियाना बनाया. देखते ही देखते सीए संदीप ने इस खाली जमीन को संवार दिया, जो अब परिंदों के साथ-साथ कई जानवरों का भी आशियाना बन चुकी है. संदीप के इस काम को आसपास के लोग सराहने लगे हैं और उनके साथ मिलकर इस काम को आगे बढ़ाने का इरादा कर चुके हैं.

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पक्षियों के लिए परिंडे लगाए गए हैं

कैसे आया ये विचार : चार्टर्ड अकाउंटेंट संदीप कहते हैं कि हाल ही में जब वंदे भारत ट्रेन को अपने घर के नजदीक पटरियों से गुजरते वक्त उन्होंने देखा, तो नोटिस किया कि लोग बेखौफ पटरियों पर जा रहे हैं. रेलवे ट्रैक पर हादसों का भी जिक्र करते हुए संदीप ने कहा कि तब मेरे मन में विचार आया कि क्यों न टूटी हुई दीवार पर तारबंदी पशु-पक्षियों के लिए कुछ अलग किया जाए, जिससे इस तरफ से बेखौफ पटरियों पर जाने वालों पर रोक लग सके.

home for birds animal on side of railway track in Jaipur
स्वान के खाने का सामान यहां डालें

उन्होंने रेलवे ट्रैक के नजदीक टूटी हुई दीवार पर तारबंदी की और धीरे-धीरे इस तारबंदी के अंदर ही पहले पक्षियों के लिए परिंडे लगाए और फिर चुग्गे पानी का इंतजाम किया. संदीप गुप्ता आगे बताया कि उन्होंने देखा कि लोग अक्सर ट्रैक के आसपास घर में पकड़े गए चोरों को छोड़ जाते हैं. मैंने (संदीप गुप्ता) ने इन चूहों के बिल के नजदीक ब्रेड डालकर उनकी भोजन की व्यवस्था की और फिर लावारिस मवेशी और कुत्तों के लिए भी इंतजाम किया.

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घायल पक्षियों को रखने के बाद फोन करें

पढ़ें : Indian bird fair 2023 का समापन: पक्षी विशेषज्ञों ने दूरबीन और टेलिस्कोप से पक्षियों को निहारा

लोगों ने भी ली प्रेरणा : संदीप गुप्ता को रेल की पटरी के किनारे गंदगी से सराबोर जमीन पर सिर्फ साफ-सफाई करते और वहां बेजुबान जानवरों के लिए काम करते जब लोगों ने देखा, तो वह भी उनके साथ जुड़ने आने लगे. इस क्षेत्र में नजदीक बने मंदिर के पुजारी कहते हैं कि इस नेक काम में वे भी संदीप गुप्ता के साथ हैं. वहीं, कुछ और लोगों ने भी संदीप गुप्ता के काम को सराहते हुए कहा कि वे अब रोजाना यहां पहुंचकर जीवन सेवा के ध्येय को साकार करने में भरोसा करने लगे हैं. मौजूदा हालात पर व्यंग्य कसते हुए संदीप कहते हैं कि अगर जीव जंतुओं को बचाने के लिए समय पर प्रयास नहीं किए गए तो एक दिन ऐसा आएगा, जब नामीबिया से लाए गए चीतों की तर्ज पर हमें अन्य जीव-जंतु भी विदेशों से लाने पड़ेंगे.

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संदीप गुप्ता का सराहनीय काम
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