जयपुर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार राज्यपाल के श्रीमुख से जो बातें कह रही है, वो सही नहीं हैं. साथ ही उन्होंने कोटा में बच्चों की मौत के मामले पर कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बात को पुख्ता कर दिया है कि सरकार ने कोटा में बच्चों की मौत के मामले में लापरवाही बरती थी.
विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सतीश पूनिया ने सोमवार को मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा अभिभाषण के जरिए सरकार मन ही मन प्रफुल्लित हो रही है और अपनी उपलब्धियां गिना रही है, लेकिन सतही तौर पर वह सही नहीं है. देश के उच्चतम न्यायालय ने भी इस बात को पुख्ता कर दिया है कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क है.
इसी के साथ पूनिया ने कहा कि पिछले 1 साल में की सरकार की परफॉरमेंस सही नहीं है, आज किसान कर्ज माफी, बेरोजगारी भत्ता, कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई. चिकित्सा मंत्री और राजस्व मंत्री अपने विभाग से जुड़े हुए सवालों के जवाब तक नहीं दे पाए. उन्होंने कहा कि कोटा में बच्चों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा है. सुप्रीम कोर्ट ने साबित कर दिया है कि कोटा में बच्चों की मौत के मामले में सरकार ने लापरवाही बरती थी और और इस मामले को लेकर वह संवेदनहीन थी. एक तरफ तो अभिभाषण को लेकर सरकार अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रही है, दूसरी तरफ बच्चों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उनसे जवाब मांगा है.
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पूनिया ने कहा कि कोटा में बच्चों की मौत के मामले में सरकार में भी बिखराव दिखा था. मुख्यमंत्री ने विवादास्पद बयान दिया था कि मौते तो अक्सर होती रहती है. उपमुख्यमंत्री वहां गए तो दोनों की तरफ़ से शब्द बाण छोड़े गए थे. उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसे समय मे परिजनों को संबल देने की परंपरा तो बननी ही चाहिए. उसके बावजूद भी सरकार का कोई नुमाइंदा बच्चों के परिजनों से मिलने के लिए नहीं गया.