बांसवाड़ा. भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया शुक्रवार देर रात बांसवाड़ा पहुंचे. यहां पार्टी कार्यालय में कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया कर्मियों से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की और पार्टी का स्टैंड सामने रखा.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार स्थानीय निकाय के चुनाव प्रत्यक्ष पद्धति से कराए या फिर अप्रत्यक्ष. दोनों ही स्थितियों में भाजपा को फायदा होगा. हमारे द्वारा पहले से ही तैयारी कर ली गई है और उसी के अनुरूप चुनाव लड़ा जाएगा.
आरसीए चुनाव के मसले पर अपनी बात रखते हुए पूनिया ने कहा कि इस पूरे एपिसोड से प्रदेश की जनता को भारी नुकसान हुआ है. अफसोस इस बात का है कि खुद इनके ही डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी कहा था कि इस घटनाक्रम से पार्टी को नुकसान होगा. क्रिकेट की पिच पर पार्टी खेमों में बंट गई है. एक डूडीजी तो दूसरे वैभव गहलोत. यह एक मालदार संस्था है. मुख्यमंत्री गहलोत की कुर्सी खतरे में है. ऐसे में वह अपने पुत्र वैभव को स्थापित करना चाहते हैं.
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उन्होंने कहा कि अपने बेटे को अध्यक्ष बनाने के लिए तानाशाही तक करने से नहीं चूके. मुझे लगता है कि सीएम के पुत्र के अलावा कांग्रेस में कोई काबिल नहीं है. आरसीए के चुनाव के बाद आगामी विधानसभा उप चुनाव की तस्वीर पार्टी के लिए कैसी होगी? भाजपा के कुशल संगठक माने जाने वाले पूनिया ने कहा कि निश्चित ही इसका फायदा हमारे पार्टी को दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में मिलेगा.
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इसका एक आधार बताते हुए पूनिया ने कहा कि आरसीए की महाभारत के बाद कांग्रेस के फेसबुक पेज पर करीब 10 लाख लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. यह सब लोग कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं. पेज पर जिस तरीके से प्रतिक्रिया सामने आई है, इसका आगामी उप चुनाव में कांग्रेस को नुकसान झेलना पड़ेगा. हालांकि, आरसीए चुनाव को लेकर दो चुनावी महाभारत चली है. हमें उस पर कोई एतराज नहीं है. लेकिन इसका प्रदेश को नुकसान हुआ है. अतिवृष्टि के बावजूद ढंग से विपक्ष द्वारा इस मामले को सरकार तक नहीं रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने पार्टी के जनप्रतिनिधियों से नुकसान के संबंध में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. उसके आधार पर हम राज्यपाल से किसानों के हित में तत्काल कदम उठाने की मांग करते हुए ज्ञापन देकर मांग करेंगे लेकिन शीघ्र ही कोई कदम नहीं उठाया तो जिला और ब्लॉक स्तर पर आंदोलन छेड़ा जाएगा.