जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की दिल्ली में मीटिंग के बाद सब कुछ सामान्य होने का दावा किया जा रहा है. कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि इस बार चुनाव दोनों मिलकर लड़ेंगे. अब कोई भी मनभेद या मतभेद नहीं है. कांग्रेस के इन दावों पर बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि सचिन पायलट की ओर से कांग्रेस सरकार पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का अब क्या? उन्होंने कहा कि क्या इन आरोपों को लेकर अब सरकार कार्रवाई करेगी या नहीं? 50 फीसदी भ्रष्टाचार के आरोपों का क्या?
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल की ओर से कहा गया कि राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच विवाद का निपटारा हो गया है . अब मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का काम करेंगे, लेकिन राजस्थान की जनता आज भी सचिन पायलट की ओर से लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़े सवाल पूछना चाहती है. शर्मा ने कहा कि पायलट ने अजमेर में आरोप लगाया था कि राजस्थान में 50 प्रतिशत से ज़्यादा भ्रष्टाचार है. आरपीएससी में भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने कई मंत्रियों पर भ्रष्टाचार में डूबे होने की बात कही.
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शर्मा ने कहा कि क्या राजस्थान की जनता इन सवालों का जवाब बिना मांगे कांग्रेस को छोड़ देगी. पायलट भी सरकार पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों से अब मुकर नहीं सकते हैं. शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से ही कहती आयी कि राजस्थान के प्राकृतिक संपदाओं को लूटने के साथ साथ मंत्रियों की ओर से जो भ्रष्टाचार किया गया है वो किसी से छिपा हुआ नहीं है. सरकार में विधायक, मंत्रियों और मंत्री मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि कांग्रेस के साढ़े 4 साल में कोई भी भ्रष्टाचार से अछूता नहीं रहा.
गहलोत और पायलट के बीच चल रही अदावत के बाद सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने करीब 4 घंटे तक पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ बैठक की. बैठक के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस बात का दावा किया कि अब सब कुछ सामान्य हो गया है और आने वाले विधानसभा चुनाव में सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों मिलकर न केवल चुनाव लड़ेंगे बल्कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार फिर से बनाएंगे.