जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की अनुदान संबंधित मांगों पर चर्चा हुई. इस दौरान सीएम अशोक गहलोत के बेहतर कोरोना प्रबंधन को लेकर जहां एक ओर कांग्रेस के विधायकों ने उनका पीठ थपथपाया तो वहीं दूसरी ओर भाजपा विधायक अभिनेश महर्षी ने कई गंभीर आरोप लगाए. भाजपा विधायक ने सदन में आरयूएचएस अधीक्षक डॉ. सुधीर भंडारी के गलत बर्ताव का जिक्र करते हुए कहा कि वो कोरोना संक्रमित थे, लेकिन किसी अन्य मरीज की रिपोर्ट के आधार पर उनका जबरन इलाज किया गया. ऐसे में बेहतर प्रबंधन भला कैसे हो सकता है?, क्योंकि जिस शख्स को प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसने ही मेरे साथ गलत किया.
भाजपा विधायक ने आगे कहा कि किसी दूसरे अभिषेक की दी गई डाइमर रिपोर्ट के आधार पर डॉ. सुधीर भंडारी ने उन्हें गलत इंजेक्शन दे दिया. जिसके कारण उन्हें काफी दिक्कतें पेश आई. हालांकि, ये तब हुआ जब वो कोरोना संक्रमित थे और सीतापुरा के आरयूएचएस अस्पताल में भर्ती थे. उन्होंने कहा कि वो वहां 17 दिनों तक भर्ती रहे. लेकिन आज सदन में जिस सुधीर भंडारी की तारीफ हो रही है, वो उसके लायक नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने जो मेरे साथ ही वो बहुत ही बुरा था.
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भाजपा विधायक की पीड़ा की कड़ियां यही समाप्त नहीं हुई, उन्होंने आगे बताया कि उनका अस्पताल में इलाज चल ही रहा था, एक दिन अचानक डॉ. भंडारी 15 से 20 डॉक्टरों की टीम के साथ उनके बेड के पास आए. भारी संख्या में डॉक्टरों को देख वो डर गए. इतने में उनके घरवालों फोन कर दिया गया. साथ ही उन्हें एक साथ कई इंजेक्शन लगाए. उन्होंने कहा कि उनके दोनों हाथों में टोसिलिजुमैब लगा दिए गए. जिसकी वजह से उन्हें घबराहट होने लगी. हालांकि, डॉक्टरों के जाने के बाद जब उन्होंने शीट मंगवाकर देखा तो उन्हें पता चला कि किसी अन्य मरीज की रिपोर्ट के आधार पर उनको इंजेक्शन लगाए गए हैं.
विधायक ने कहा कि वो किसी अभिषेक नाम के शख्स की रिपोर्ट थी. जिसका डी डायमर 700 था. उन्होंने कहा कि डॉ. सुधीर भंडारी ने जो मेरे साथ किया उसे वो आज भी झेल रहे हैं. भाजपा विधायक अभिनेश महर्षी ने कहा कि वो डॉ भंडारी को बुलाकर यह भी पूछे थे कि क्या मुख्यमंत्री ने विपक्ष के विधायक होने के नाते उन्हें मारने को कहा था. हालांकि, विधायक के मुख्यमंत्री का नाम लेते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया. इस दौरान हंगामे के बीच विधायक महर्षि ने कहा कि सिर्फ चमचागिरी करने वाले डॉ भंडारी को सरकार ने ऐसी महत्वपूर्ण पोस्ट पर लगाया था. जिस पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि एक विधायक अगर अपनी आपबीती बता रहा है तो सदन के अन्य विधायकों को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.