जयपुर. शहर में पेयजल किल्लत को लेकर भाजपा ने जल भवन पर मटकी फोड़ प्रदर्शन किया. इसके तहत भाजपा कार्यकर्ता गणपति स्टेडियम के बाहर जमा हुए. इसके बाद भाजपा शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता और पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी के नेतृत्व में कार्यकर्ता मटके लेकर जल भवन के लिए रवाना हुए. इस दौरान पूर्व मंत्री चतुर्वेदी खाली मटका बजाते हुए चल रहे थे तो शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता सिर पर खाली मटका रख कर चल रहे थे. भाजपा कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ पानी को लेकर नारेबाजी भी की.
कार्यकर्ता जब जल भवन पहुंचे तो वहां अरुण चतुर्वेदी और मोहनलाल गुप्ता सहित कार्यकर्ताओं ने मटके फोड़ विरोध जताया. जल भवन के बाहर पुलिस जाब्ता तैनात था. पुलिस ने किसी भी कार्यकर्ता व नेता को अंदर जाने नहीं दिया. मुख्य गेट पर मौजूद कुछ कार्यकर्ताओं ने मटके जल भवन के अंदर फेंकने की कोशिश की, लेकिन वे बाहर पुलिस वालों पर ही गिर गए. इस दौरान एक मटका भाजपा कार्यकर्ता के सिर पर भी गिरा.
इसके बाद चतुर्वेदी ने कार्यकर्ताओं को मटके फेंकने के लिए मना किया. इसके बाद 11 भाजपा नेता जल भवन में मुख्य अभियंता आईडी खान को ज्ञापन देने पहुंचे, लेकिन वहां आईडी खान नहीं मिले. इसके बाद भाजपा नेताओं ने वहां अतिरिक्त मुख्य अभियंता देवराज सोलंकी को शहर में पेयजल किल्लत के बारे में बताते हुए विरोध जताया. वहीं अरुण चतुर्वेदी और मोहनलाल गुप्ता ने जलदाय विभाग पर भेदभाव करने का आरोप लगाया.
कुछ देर बाद वहां जयपुर सांसद रामचरण बोहरा भी यहां पहुंचे. उन्होंने भी पेयजल किल्लत को लेकर देवराज सोलंकी से शिकायत की. चतुर्वेदी ने सोलंकी से 1100 करोड़ रुपए की पेयजल योजना के बारे में भी पूछा. इस पर सोलंकी ने कहा कि यह योजना 10 दिन में शुरू कर दी जाएगी. इसके बाद भाजपा नेताओं ने सोलंकी को ज्ञापन दिया.
ईस्टर्न कैनाल को जल्द मूर्त रूप देंगे : बोहरा
वहीं मीडिया से बातचीत में सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि जयपुर में पानी की किल्लत है. ईस्टर्न कैनाल को जल्दी ही मूर्त रूप दिया जाएगा. इसमें राज्य सरकार का अहम रोल रहेगा.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के कहने पर ही आ रहे सरकारी टैंकर : चतुर्वेदी
पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि राज्य में एक संवेदनहीन सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के राज में जल वितरण का एक सिस्टम था. जिससे सब लोगों तक पानी पहुंचता था, लेकिन आज गहलोत सरकार में पानी की कालाबाजारी हो रही है. टैंकर यथा स्थान पर नहीं पहुंच रहे हैं. जहां कांग्रेस कार्यकर्ता ज्यादा है या कांग्रेस कार्यकर्ता के कहने पर ही टैंकर सप्लाई हो रहे हैं.