दौसा. भाजपा में दौसा लोकसभा सीट दो नेताओं के वर्चस्व की लड़ाई के बीच उलझ कर रह गई है. यही कारण है कि पार्टी अब तक इस सीट पर अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं कर सकी है.
दरअसल, भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा इस सीट पर अपने वीटो का इस्तेमाल करते हुए पार्टी का टिकट पत्नी या परिवार को दिलाने की मांग कर रहे है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से जुड़ा पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि इस सीट पर पूर्व संसदीय सचिव और मौजूदा निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुडला को भाजपा टिकट देकर चुनाव लडवाए.
यही कारण है कि भाजपा प्रदेश की एकमात्र दौसा सीट पर ही अपना प्रत्याशी अब तक घोषित नहीं कर पाई है. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से 3 नाम पर सहमति जताई गई है जिनमें ओमप्रकाश हुडला, भाजपा नेता रामकिशोर मीणा और पूर्व मंत्री जसकौर मीणा का नाम शामिल है. हालांकि हुडला डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा के घोर विरोधी माने जाते हैं और मीणा के विरोध के चलते पिछले विधानसभा चुनाव में हुडला का टिकट कटा था.
बताया यह भी जा रहा है मीणा की राय पर दौसा लोकसभा का टिकट ना मिले इसके लिए एक रणनीति के तहत ओमप्रकाश हुडला का नाम आगे बढ़ाया गया है. ताकि विवाद बढ़े तो बीच का रास्ता निकालते हुए अन्य नेता को टिकट दिया जा सके. हालांकि मौजूदा हालात में पार्टी आलाकमान ने विरोध को रोकने के लिए फिलहाल प्रत्याशी की घोषणा नहीं की.
माना जा रहा है कि पार्टी जो भी प्रत्याशी घोषित करेगी वह इन्हीं नामों में से एक होगा. यहां आपको बता दें कि प्रदेश की 25 में से 23 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं जबकि नागौर सीट पर भाजपा ने एनडीए के घटक के रूप में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल का समर्थन किया है जबकि दौसा सीट पर प्रत्याशी की घोषणा होना शेष है.