जयपुर. प्रदेश की स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव पर भाजपा भड़क उठी है. खासतौर पर वीर सावरकर की वीरता पर लगाए प्रश्नचिन्ह और हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप पहले जीता और फिर हरा हुआ बताने पर भाजपा नाराज है. भाजपा सरकार में मंत्री रहे वासुदेव देवनानी इसे कांग्रेस की ओछी मानसिकता और कुंठा करार दिया है. पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा के मौजूदा विधायक देवनानी के अनुसार प्रदेश के शिक्षा मंत्री अपने आकाओं को खुश करने के लिए देश और प्रदेश के वीर महापुरुषों के इतिहास के साथ छेड़खानी कर रहे हैं. जिसे प्रदेश की जनता और समाज हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगा.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि आजादी की जंग में वीर सावरकर को दो बार उम्र कैद की सजा हुई, लेकिन प्रदेश के शिक्षा मंत्री यह बता दे कि किसी भी कांग्रेसी को आजादी की जंग में एक बार भी आजीवन कारावास की सजा हुई. देवनानी के अनुसार वीर महापुरुषों ऐसे वीर को कॉन्ट्रोवर्सी में डालना कांग्रेस की आदत है, लेकिन इससे हम बच्चों को क्या सीख दे पाएंगे, जिन्हें राष्ट्र प्रेम जगाने और वीरता जागृत करने के लिए इतिहास पढ़ाया जाता है.
देवनानी ने इस दौरान कक्षा सातवीं की किताब में हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की विजय होने और फिर 12वीं की कक्षा में पराजित होने के तथ्य डालने पर भी आपत्ति जताई और तर्क दिया कि जब इतिहास कहता है कि अकबर ने 6 बार आक्रमण किया तो आक्रमण वही करता है जो हारता है. इसलिए अकबर महान हारा. आठवीं की किताब में रानी पद्मावती के जौहर से जुड़े चित्र को सती प्रथा का हवाला देकर हटाने पर भी वासुदेव देवनानी ने आपत्ति जाहिर की और कहा ये प्रदेश की गहलोत सरकार की ओछी मानसिकता का प्रतीक है.