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Crime in Rajasthan : भाजपा ने गहलोत सरकार को घेरा, महिला सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर खड़े किए सवाल - राजस्थान में कानून व्यवस्था और महिला उत्पीड़न

राजस्थान में कानून व्यवस्था और महिला उत्पीड़न के मामलों को लेकर भाजपा ने रविवार को एक बार फिर प्रदेश की कांग्रेस सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए. महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने प्रेस वार्ता कर सरकार और पुलिस पर सवाल उठाए.

BJP PC in Jaipur
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा नेता
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Published : Aug 20, 2023, 7:05 PM IST

किसने क्याा कहा, सुनिए...

जयपुर. राजस्थान में चुनावी साल में कानून व्यवस्था और महिला उत्पीड़न के मामलों को लेकर मुखर भाजपा लगातार प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमले कर रही है. रविवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान एक बार फिर यह मुद्दा उठाते हुए महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कानून-व्यवस्था और महिलाओं-बेटियों से दुष्कर्म के मामलों को लेकर सरकार और पुलिस की नीयत पर सवाल खड़े किए.

सुमन शर्मा ने कहा कि राजस्थान में गैंगरेप के मामले 2017-18 की तुलना में दोगुने हो गए हैं, जबकि बलात्कार के मामलों में भी 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस अवधि में साल दर साल यह आंकड़े बढ़े हैं. सरकार रोकने की कोशिश नहीं कर रही है. बीते 36 घंटे में भी राजधानी से लेकर प्रदेशभर में दुष्कर्म के कई मामले दर्ज हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इससे पता चलता है कि राजस्थान के हालात क्या हैं.

पढ़ें : Rajasthan : महिला उत्पीड़न मामले पर कांग्रेस-भाजपा के बीच सियासत 'हाई', जानिये प्रदेश की जमीनी हकीकत

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महिलाओं को मोबाइल देने की बात जरूर करते हैं, लेकिन महिला सुरक्षा पर एक शब्द नहीं बोलते. उन्होंने राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि राजस्थान में महिला उत्पीड़न बढ़ा है. वो कहती हैं कि महिला से उत्पीड़न और बलात्कार के मामलों में पुलिस की ओर से न्यायोचित कार्रवाई जरूरी है. मतलब राजस्थान में यह कार्रवाई नहीं हो रही है. यह बात भाजपा नेता नहीं, बल्कि उनकी ही पार्टी की महिला आयोग की अध्यक्ष कह रही हैं. यह बहुत ही दुखदायी स्थिति है.

भारद्वाज बोले- भयावह दौर से गुजर रहा है प्रदेश : लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस पार्टी के शासन में अपने इस भयावह दौर से गुजर रहा है. नीमराना में आठ साल के दलित बच्चे को चाकू से गोदकर और गला काटकर मौत के घाट उतार दिया गया. बच्चा घर से लापता था. परिजन पुलिस के पास गए, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की. सुबह घर से महज 500 मीटर दूर बच्चे का शव मिलता है. यह राजस्थान का आज का आलम है. आज प्रदेश में हर दिन आधा दर्जन से ज्यादा हत्याएं होती हैं. लूणकरणसर में एक युवक को मार दिया गया. झुंझुनूं में एक शख्स की हत्या हो गई. सीकर में हत्या की वारदात हुई. प्रदेश में कोई सुरक्षित नहीं है.

पुलिस भी नहीं है सुरक्षित : लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि जोधपुर में पुलिसकर्मी की गाड़ी चढ़ाकर हत्या कर दी गई. महिला कांस्टेबल के ऊपर हमला हुआ है. जो रक्षक हैं, उनकी भी रक्षा के लिए अब किसी और को आने की जरूरत महसूस होने लगी है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए होने वाली कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस कई महीनों से नहीं हुई है.

कांग्रेस कार्यकर्ता की भूमिका में पुलिस : उन्होंने आरोप लगाया कि एक मामले में हरियाणा का युवक नामजद था, जिसकी जांच की जा रही है. डीजीपी ने कुछ दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस घटना में उस युवक का कोई लेना-देना नहीं है. दिन में मुख्यमंत्री का बयान आता है और रात को डीजीपी का सुर बदल जाता है. इसी से पता लगता है कि राजस्थान की पुलिस पुलिसिंग नहीं कर रही है, बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ता की भूमिका में काम कर रही है. राजस्थान के डीजीपी की भी यही भूमिका है. इससे लगता है कि राजस्थान भगवान भरोसे है.

2019 से 2023 तक पॉक्सो के 14,441 केस : भाजपा के प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने एक आरटीआई के हवाला देते हुए कहा कि 1 जनवरी 2019 से अप्रैल 2023 तक पॉक्सो के 14441 मुकदमे दर्ज हुए हैं. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजस्थान में न महिलाएं सुरक्षित हैं और न पुरुष सुरक्षित हैं और न ही बच्चे सुरक्षित हैं.

किसने क्याा कहा, सुनिए...

जयपुर. राजस्थान में चुनावी साल में कानून व्यवस्था और महिला उत्पीड़न के मामलों को लेकर मुखर भाजपा लगातार प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमले कर रही है. रविवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान एक बार फिर यह मुद्दा उठाते हुए महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कानून-व्यवस्था और महिलाओं-बेटियों से दुष्कर्म के मामलों को लेकर सरकार और पुलिस की नीयत पर सवाल खड़े किए.

सुमन शर्मा ने कहा कि राजस्थान में गैंगरेप के मामले 2017-18 की तुलना में दोगुने हो गए हैं, जबकि बलात्कार के मामलों में भी 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस अवधि में साल दर साल यह आंकड़े बढ़े हैं. सरकार रोकने की कोशिश नहीं कर रही है. बीते 36 घंटे में भी राजधानी से लेकर प्रदेशभर में दुष्कर्म के कई मामले दर्ज हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इससे पता चलता है कि राजस्थान के हालात क्या हैं.

पढ़ें : Rajasthan : महिला उत्पीड़न मामले पर कांग्रेस-भाजपा के बीच सियासत 'हाई', जानिये प्रदेश की जमीनी हकीकत

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महिलाओं को मोबाइल देने की बात जरूर करते हैं, लेकिन महिला सुरक्षा पर एक शब्द नहीं बोलते. उन्होंने राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि राजस्थान में महिला उत्पीड़न बढ़ा है. वो कहती हैं कि महिला से उत्पीड़न और बलात्कार के मामलों में पुलिस की ओर से न्यायोचित कार्रवाई जरूरी है. मतलब राजस्थान में यह कार्रवाई नहीं हो रही है. यह बात भाजपा नेता नहीं, बल्कि उनकी ही पार्टी की महिला आयोग की अध्यक्ष कह रही हैं. यह बहुत ही दुखदायी स्थिति है.

भारद्वाज बोले- भयावह दौर से गुजर रहा है प्रदेश : लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस पार्टी के शासन में अपने इस भयावह दौर से गुजर रहा है. नीमराना में आठ साल के दलित बच्चे को चाकू से गोदकर और गला काटकर मौत के घाट उतार दिया गया. बच्चा घर से लापता था. परिजन पुलिस के पास गए, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की. सुबह घर से महज 500 मीटर दूर बच्चे का शव मिलता है. यह राजस्थान का आज का आलम है. आज प्रदेश में हर दिन आधा दर्जन से ज्यादा हत्याएं होती हैं. लूणकरणसर में एक युवक को मार दिया गया. झुंझुनूं में एक शख्स की हत्या हो गई. सीकर में हत्या की वारदात हुई. प्रदेश में कोई सुरक्षित नहीं है.

पुलिस भी नहीं है सुरक्षित : लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि जोधपुर में पुलिसकर्मी की गाड़ी चढ़ाकर हत्या कर दी गई. महिला कांस्टेबल के ऊपर हमला हुआ है. जो रक्षक हैं, उनकी भी रक्षा के लिए अब किसी और को आने की जरूरत महसूस होने लगी है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए होने वाली कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस कई महीनों से नहीं हुई है.

कांग्रेस कार्यकर्ता की भूमिका में पुलिस : उन्होंने आरोप लगाया कि एक मामले में हरियाणा का युवक नामजद था, जिसकी जांच की जा रही है. डीजीपी ने कुछ दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस घटना में उस युवक का कोई लेना-देना नहीं है. दिन में मुख्यमंत्री का बयान आता है और रात को डीजीपी का सुर बदल जाता है. इसी से पता लगता है कि राजस्थान की पुलिस पुलिसिंग नहीं कर रही है, बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ता की भूमिका में काम कर रही है. राजस्थान के डीजीपी की भी यही भूमिका है. इससे लगता है कि राजस्थान भगवान भरोसे है.

2019 से 2023 तक पॉक्सो के 14,441 केस : भाजपा के प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने एक आरटीआई के हवाला देते हुए कहा कि 1 जनवरी 2019 से अप्रैल 2023 तक पॉक्सो के 14441 मुकदमे दर्ज हुए हैं. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजस्थान में न महिलाएं सुरक्षित हैं और न पुरुष सुरक्षित हैं और न ही बच्चे सुरक्षित हैं.

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