जयपुर. पिछले दिनों जिला परिषद की 9 सीटों पर और पंचायत समिति की 74 सीटों पर हुए उपचुनाव का परिणाम मंगलवार को आ गया. परिणाम में भाजपा को वो सफलता नहीं मिल पाई जिसकी उम्मीद शायद लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद पार्टी के नेता कर रहे थे. वहीं, इस स्थिति में भी भाजपा खुद की नहीं कांग्रेस का प्रदर्शन खराब बता रही है.
बता दें कि उपचुनाव में जिला परिषद की 9 सीटों में से महज 1 सीट पर भाजपा को जीत हासिल हो सकी. जबकि 7 पर कांग्रेस और 1 पर अन्य को जीत मिली. वहीं, इन्हीं सीटों में पहले 4 सीट पर भाजपा का कब्जा था और 5 सीट पर कांग्रेस का. अब कांग्रेस ने उपचुनाव में पहले की तुलना में जिला परिषद की 2 अतिरिक्त सीटों पर कब्जा जमाया है. वहीं पंचायत समिति की 74 सीटों में से 31 पर भाजपा और 37 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, जबकि 6 सीटों पर अन्य का कब जा रहा.
पंचायत समिति की इन सीटों पर यदि पहले की बात की जाए तो भाजपा के कब्जे में 33 सीटें थीं, जबकि कांग्रेस के कब्जे में 37 सीट थी. अब बीजेपी को इस उपचुनाव में 2 पंचायत समिति की सीटों पर नुकसान हुआ तो वहीं कांग्रेस अपनी पूर्व की स्थिति को उपचुनाव में भी यथावत रखने में कामयाब रहे. बावजूद इसके भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज बीजेपी के प्रदर्शन को कांग्रेस की तुलना में बेहतर मानते हैं. भारद्वाज का आरोप है कि चुनाव सत्ता के साए में हुए थे, बावजूद इसके सत्तारूढ़ कांग्रेस का प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा. भारद्वाज के अनुसार जिला परिषद उपचुनाव में जोधपुर में 1 सीट पर कांग्रेस की स्थिति तीसरे नंबर पर रही, जबकि जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला है.
बहरहाल हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद जिला परिषद और पंचायत समिति के उपचुनाव के आए रिजल्ट भाजपा के लिए चौंकाने वाले जरूर हैं. लेकिन बीजेपी के प्रवक्ता इन परिणामों को भी अपने बयानों में सत्तारुढ़ कांग्रेस के लिए ही निराशाजनक करार दे रहे हैं. उसके पीछे उनके अपने तर्क भी हैं, लेकिन उपचुनाव के मौजूदा परिणामों से सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं ने राहत की सांस जरूर ली है.