जयपुर. देश के 5 राज्यों में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन पांचों राज्यों के चुनाव की तैयारियों को लेकर बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आज शाम नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पर बुलाई गई है. बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता ओम माथुर सहित सभी 15 चुनाव समिति सदस्य भाग लेंगे. यह बैठक राजस्थान के लिहाज से इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राजस्थान में भी इसी साल चुनाव है. अभी तक राजस्थान में चुनाव प्रबंधन समिति और चुनाव प्रचार प्रसार समिति की घोषणा नहीं हुई है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद इन दोनों समितियों की घोषणा भी भाजपा केंद्रीय नेतृत्व करके राजस्थान की स्थिति को साफ कर दे.
इन राज्यों में होने हैं चुनाव : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले के पांच राज्यों में चुनाव होने हैं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने हैं. सत्ता के जीत के सिलसिले को बरकरार रखने के लिए भाजपा के लिहाज से लोकसभा चुनाव के पहले इन राज्यों के विधानसभा चुनाव को अहम माना जा सकता है. राजनीतिक विश्लेषक केंद्र की सत्ता के लिए इन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को सेमीफाइनल रूप में देख रहे हैं. ऐसे में भाजपा ने अपनी तैयारी तेज कर रही है. बैठक में पांचों राज्यों को लेकर मिले फीडबैक के बाद कमजोर सीटों पर पार्टी को मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा. इसके साथ केंद्र सरकार की योनाओं के जरिए प्रचार रणनीति पर भी चर्चा किए जाने की संभावना प्रबल है.
राजस्थान के लिहाज से खास क्यों : राजनीतिक पंडितों की माने तो दिल्ली में होने वाली भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक राजस्थान के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. उनमें से एक राजस्थान भी है और राजस्थान भाजपा में अभी भी सब कुछ सामान्य नहीं है. अलग-अलग गुटों में बंटी बीजेपी को भले ही संगठित करने के लिए बीजेपी की केंद्रीय नेतृत्व ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा आगे किया हो, लेकिन अभी भी एक धड़ा ऐसा है जो नेतृत्व को लेकर अपनी नाराजगी दिखा रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि आज कि बैठक में चुनाव प्रबंधन समिति और चुनाव प्रचार प्रसार समिति को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्णय हो. बता दें कि मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भाजपा केंद्र नेतृत्व ने अन्य समितियां की घोषणा कर दी है, लेकिन राजस्थान में अभी भी घोषणा होना बाकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि इन समितियां की घोषणा के साथ ही राजस्थान में फेस को लेकर चल रहे सस्पेंस को खत्म किया जा सकता है.