जयपुर. गुलाबी नगरी की पतंगबाजी देश दुनिया में मशहूर है. मकर संक्रांति के त्योहार से पहले ही राजधानी जयपुर में पतंगबाजी शुरू हो गई है. पतंगबाजी बेजुबान पक्षियों के लिए घातक बन जाती है. मकर संक्रांति के त्योहार पर पतंगबाजी से सैकड़ों की संख्या में पक्षी घायल हो जाते हैं. ऐसे में ईको रेस्क्यूर्स फाउंडेशन की ओर से बर्ड बाइक एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की गई (Eco Rescuers Foundation bird ambulance) है. बर्ड बाइक एंबुलेंस घायल पक्षियों को रेस्क्यू करके पक्षी चिकित्सालय पहुंचाएगी, जहां पर उनका इलाज किया जाएगा.
इको रेस्क्यूर्स फाउंडेशन के सचिव गौरव चौधरी के मुताबिक मकर संक्रांति के त्यौहार पर होने वाली पतंगबाजी से सैकड़ों की संख्या में पक्षी घायल हो जाते हैं. पतंग की डोर से कटकर घायल होने से पक्षियों की समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से मौत भी हो जाती है. कई बार पतंगबाजी से कटकर पक्षी जमीन पर गिर जाते हैं. ऐसे में पक्षियों की जान बचाने के लिए बर्ड बाइक एंबुलेंस शुरू की गई है. ताकि एंबुलेंस की सहायता से घायल पक्षियों को रेस्क्यू करके समय पर पक्षी चिकित्सालय पहुंचाया जा सके. जिससे पक्षियों की जान बच सकती है.
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हर साल पतंगबाजी से सैकड़ों की संख्या में पक्षियों की मौत हो जाती है. इस बार भी पतंगबाजी अपने परवान पर चल रही है. मकर संक्रांति पर काफी संख्या में पक्षी घायल होने की आशंका है. ऐसे में बाइक एंबुलेंस घायल पक्षियों को तुरंत प्राथमिक उपचार देकर पक्षी चिकित्सालय तक पहुंचाएगी. कोई भी व्यक्ति घायल पक्षी मिले तो संस्थान के नंबर 9887345580 पर संपर्क करके सूचना दे सकते हैं. पक्षी को रेस्क्यू के लिए टीम मौके पर पहुंचेगी.
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बता दें कि मकर संक्रांति के त्योहार पर घायल पक्षियों के इलाज करने के लिए वन विभाग की ओर से पक्षी चिकित्सा शिविर लगाए जाते हैं. वहीं कई एनजीओ भी वन विभाग से अनुमति लेकर शहर में जगह-जगह पर पक्षी चिकित्सा शिविर लगाते हैं. शिविर में घायल पक्षियों का इलाज किया जाता है. पक्षियों के स्वस्थ होने के बाद वापस स्वच्छंद वातावरण में छोड़ कर दिया जाता है. बर्ड बाइक एंबुलेंस घायल पक्षियों को पक्षी चिकित्सा केंद्र तक पहुंचाने में काफी कारगर साबित होगी.