जयपुर. 5 मार्च को राजधानी जयपुर में होने वाले जाट महाकुंभ से पहले प्रदेश की गहलोत सरकार ने जाट समाज को लेकर बड़ा दांव खेला है. गहलोत सरकार ने जाट समाज की प्रमुख मांगों में शुमार वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन कर दिया है. राज्य सरकार किसान समाज की स्थिति का जायजा लेने, प्रमाणिक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर इन वर्गों को मलभूत सुविधा उपलब्ध कराने और उनके पिछड़ेपन को दूर करने के सुझाव के उद्देश्य से इस कल्याण बोर्ड का गठन किया है.
ये होंगे कल्याण बोर्ड में - वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड में 9 सदस्य होंगे, जिसमें एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष ओर 7 सदस्य शामिल हैं. इस कल्याण बोर्ड में उद्योग विभाग, शिक्षा विभाग, ग्रामीण पंचायत राज विभाग, श्रम एवं रोजगार विभाग, देवस्थान विभाग, पर्यटन कला संस्कृति विभाग, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव, शासन सचिव सरकारी सदस्य के रूप में शामिल होंगे.
ये होगा बोर्ड का उद्देश्य - 1. किसान समुदाय के सामाजिक एवं शैक्षणिक एवं आर्थिक स्थिति का अध्ययन कर रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करना.
2. किसान समुदाय की आर्थिक समृद्धि के लिये इस समाज के लिये विभिन्न योजनाएं प्रस्तावित करना और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए उपाय सुझाना.
3. इस समुदाय के विकास एवं कल्याण से संबंधित योजनाओं का प्रारूपण तैयार कर राज्य सरकार को अपनी अभिशंषा के साथ प्रेषित करना.
जाट महाकुंभ 5 मार्च को - बता दें कि 5 मार्च को राजधानी जयपुर में आयोजित होने वाले इस जाट महाकुंभ का मुख्य मुद्दा OBC आरक्षण के साथ वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन भी था. इसके अलावा सामाजिक कुरीतियों जैसे मृत्युभोज, बाल विवाह, दहेज प्रथा समाप्त करने के लिए सकारात्मक सोच विकसित करने सहित कई समाज से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी.
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