जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल में शनिवार को एक जटिल ऑपरेशन कर सीटीवीएस सर्जन की टीम ने भरतपुर गोलीकांड में घायल हुए 35 वर्षीय युवक को नया जीवनदान दिया. डॉक्टर के अनुसार बुलेट युवक के हार्ट को छूती हुई छाती में फंस गई थी, जिसे वीडियो असिस्टेड थोरेकोस्कोपिक सर्जरी (VATS) की सहायता से निकाला गया.
हार्ट को नुकसान नहीं पहुंचाया : सीटीवीएस सर्जन डॉ. मोहित शर्मा ने बताया कि मरीज को लगभग 3 दिन पहले एसएमएस अस्पताल के इमरजेंसी में लाया गया था. मरीज की छाती में गोली मारी गई थी. ऐसा पहली बार देखा गया है कि छाती में गोली मारने के बावजूद ये बुलेट हार्ट को नुकसान पहुंचाए बिना छाती में अटक गई. उन्होंने बताया कि ये जांचना जरूरी था कि गोली ने युवक के फेफड़े या हार्ट को तो नुकसान नहीं पहुंचाया, इसके लिए सबसे उपयुक्त तरीका वीडियो असिस्टेड थोरेकोस्कोपिक सर्जरी (VATS) था.
1 सेमी का कट लगाते हुए निकाला गया बुलेट : उन्होंने बताया कि इस सर्जरी को दो तरीके से किया जा सकता था, पहला ओपन हार्ट सर्जरी और दूसरा VATS, लेकिन सीनियर डॉक्टर अनिल ने सुझाव दिया कि ये ऑपरेशन बिना ओपन हार्ट के किया जाए तो ज्यादा बेहतर रहेगा. ऐसे में VATS के जरिए पेशेंट को ऑपरेट किया गया. ऑपरेशन के दौरान सीपी एंगल में बुलेट मिली जिसे 1 सेंटीमीटर का कट लगाते हुए रिमूव किया गया.
भाई ने भाई को मारी थी गोली : भरतपुर के ग्राम जघीना में 9 अगस्त को एक भाई ने अपने ही सगे भाई को गोली मार दी थी. इस घटना में युवक की मां भी जख्मी हो गई. ऐसे में दोनों मां-बेटे को आनन-फानन में आरबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिसके बाद शनिवार को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में युवका का जटिल ऑपरेशन कर गोली निकाली गई.