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नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एशियाटिक लायन की मौत, ये है मौत की वजह - एशियाटिक लायन GS की मौत

जोधपुर से ब्रीड लोन पर जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लाए गए एशियाटिक लायन GS की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि शेर की मौत किडनी फेल्योर के चलते हुए है.

Asiatic lion GS died in Nahargarh Biological park
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एशियाटिक लायन की मौत, ये है मौत की वजह
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Published : Aug 16, 2023, 4:12 PM IST

जयपुर. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर पार्क से दुखद खबर सामने आई है. बुधवार को एशियाटिक लायन जीएस की मौत हो गई. शेर जीएस को जोधपुर से ब्रीड लोन पर जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लाया गया था. किडनी फेल्योर के चलते शेर की मौत होना माना जा रहा है. वहीं नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन अधिकारियों और चिकित्सकों की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. शेर जीएस का शेरनी तारा के साथ लॉयन सफारी में जोड़ा बनाया गया था.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू सेंटर में शेर का पोस्टमार्टम किया गया. वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में वन्यजीव चिकित्सकों की टीम ने शेर का पोस्टमार्टम किया है. पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया. शेर का देहरादून के वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, आईवीआरआई, चेन्नई जू के विशेषज्ञों के निर्देशन में इलाज किया जा रहा था. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लगातार बिग कैट्स की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. लापरवाही के चलते बिग कैट्स मर रहे हैं.

पढ़ें: एशियाटिक शेर जीएस के साथ बनेगा तारा का जोड़ा, जोधपुर से जयपुर पहुंचा GS

सितंबर 2019 से अगस्त 2023 तक 5 बाघ, 6 शेर और तीन पैंथर की मौत हो चुकी है. इनमें तीन की मौत की वजह कैनाइल डिस्टेंपर वायरस, दो की मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट, चार की लैपटॉपायरोसिस और पांच अज्ञात बीमारी से मरना सामने आया था. शेरनी सुजैन की 19 सितंबर 2019 को कैनाल डिस्टेंपर वायरस से मौत हुई थी. वहीं बाघिन रिद्धि की 21 सितंबर, 2019 को कैनाइल डिस्टेंपर वायरस से मौत हुई थी. सफेद बाघिन सीता की 27 सितंबर, 2019 को कैनाइल डिस्टेंपर से मौत हुई थी.

पढ़ें: एशियाटिक शेरों को रेडियो कॉलर लगाना बंद करें : रास में उठी मांग

टाइगर रुद्र की 10 जून, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस से मौत हुई थी. शेर सिद्धार्थ की 11 जून, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस की वजह से मौत हुई थी. सफेद टाइगर राजा की 4 अगस्त, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस से मौत हुई थी. शेर कैलाश की 18 अक्टूबर, 2020 को कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई थी. शेर तेजस की 3 नवंबर, 2020 को लैपटॉपायसिरोसिस से मौत हुई थी. शेरनी तारा के शावक की 12 दिसंबर, 2020 को कमजोरी से मौत हुई थी. सफेद बाघ चीनू की 10 जुलाई, 2022 को मौत हुई थी, जिसकी वजह लैपटॉपायसिरोसिस वायरस को माना गया. 3 मार्च को पैंथर बख्शी की बीमारी से मौत हो गई.

पढ़ें: World Lion Day : एशियाटिक शेरों को खुले जंगल में देखने का सपना हुआ पूरा...नाहरगढ़ बना आकर्षण का केंद्र

15 जुलाई को अचरोल में ट्रेंकुलाइज कर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू 2 सेंटर में ले गए पैंथर की मौत हो गई थी और फिर 14 महीने के पैंथर शिवा की अज्ञात कारणों से मौत हो गई. बारहसिंघा की 19 दिसंबर, 2021 को कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई थी. इसके बाद आज 16 अगस्त, 2023 को एशियाटिक लायन जीएस की लैपटॉपायसिरोसिस की वजह से मौत हो गई. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने का इंतजार है.

जयपुर. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर पार्क से दुखद खबर सामने आई है. बुधवार को एशियाटिक लायन जीएस की मौत हो गई. शेर जीएस को जोधपुर से ब्रीड लोन पर जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लाया गया था. किडनी फेल्योर के चलते शेर की मौत होना माना जा रहा है. वहीं नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन अधिकारियों और चिकित्सकों की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. शेर जीएस का शेरनी तारा के साथ लॉयन सफारी में जोड़ा बनाया गया था.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू सेंटर में शेर का पोस्टमार्टम किया गया. वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में वन्यजीव चिकित्सकों की टीम ने शेर का पोस्टमार्टम किया है. पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया. शेर का देहरादून के वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, आईवीआरआई, चेन्नई जू के विशेषज्ञों के निर्देशन में इलाज किया जा रहा था. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लगातार बिग कैट्स की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. लापरवाही के चलते बिग कैट्स मर रहे हैं.

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सितंबर 2019 से अगस्त 2023 तक 5 बाघ, 6 शेर और तीन पैंथर की मौत हो चुकी है. इनमें तीन की मौत की वजह कैनाइल डिस्टेंपर वायरस, दो की मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट, चार की लैपटॉपायरोसिस और पांच अज्ञात बीमारी से मरना सामने आया था. शेरनी सुजैन की 19 सितंबर 2019 को कैनाल डिस्टेंपर वायरस से मौत हुई थी. वहीं बाघिन रिद्धि की 21 सितंबर, 2019 को कैनाइल डिस्टेंपर वायरस से मौत हुई थी. सफेद बाघिन सीता की 27 सितंबर, 2019 को कैनाइल डिस्टेंपर से मौत हुई थी.

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टाइगर रुद्र की 10 जून, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस से मौत हुई थी. शेर सिद्धार्थ की 11 जून, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस की वजह से मौत हुई थी. सफेद टाइगर राजा की 4 अगस्त, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस से मौत हुई थी. शेर कैलाश की 18 अक्टूबर, 2020 को कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई थी. शेर तेजस की 3 नवंबर, 2020 को लैपटॉपायसिरोसिस से मौत हुई थी. शेरनी तारा के शावक की 12 दिसंबर, 2020 को कमजोरी से मौत हुई थी. सफेद बाघ चीनू की 10 जुलाई, 2022 को मौत हुई थी, जिसकी वजह लैपटॉपायसिरोसिस वायरस को माना गया. 3 मार्च को पैंथर बख्शी की बीमारी से मौत हो गई.

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15 जुलाई को अचरोल में ट्रेंकुलाइज कर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू 2 सेंटर में ले गए पैंथर की मौत हो गई थी और फिर 14 महीने के पैंथर शिवा की अज्ञात कारणों से मौत हो गई. बारहसिंघा की 19 दिसंबर, 2021 को कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई थी. इसके बाद आज 16 अगस्त, 2023 को एशियाटिक लायन जीएस की लैपटॉपायसिरोसिस की वजह से मौत हो गई. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने का इंतजार है.

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