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श्रद्धा मर्डर केस पर बोले गहलोत- यह महज एक घटना, किसी धर्म विशेष को टारगेट कर राजनीति करना गलत

दिल्ली में हुए श्रद्धा मर्डर केस पर भाजपा पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत (Gehlot on shraddha murder case) ने कहा कि इंटरकास्ट और इंटर रिलीजन मैरिज तो वर्षों से होती आई हैं, लेकिन यह सिर्फ एक घटना है. इसे अलग नाम दे दिया गया है. इस घटना को एक समुदाय विशेष से जोड़कर राजनीति की जा रही है. इसके बाद भाजपा ने भी सीएम गहलोत पर जमकर निशाना साधा.

Gehlot on shraddha murder case
Gehlot on shraddha murder case
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Published : Nov 21, 2022, 5:55 PM IST

Updated : Nov 22, 2022, 9:45 AM IST

गुजरात/जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot Gujarat Visit) इस समय गुजरात दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने दिल्ली में हुए (Gehlot on shraddha murder case) श्रद्धा मर्डर केस को लेकर कहा कि इंटरकास्ट और इंटर रिलीजन मैरिज वर्षों से होती आई हैं, लेकिन यह सिर्फ एक घटना है.

सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसी घटनाओं को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है. बस इसे अलग नाम दे दिया गया है. इस घटना को एक समुदाय विशेष से जोड़कर (Politics in Shraddha Murder Case) राजनीति करना गलत है. यदि धर्म के नाम पर किसी समुदाय को टारगेट कर दे रहे हैं और उसी के आधार पर आप की राजनीति चल रही है और उसका फायदा भी आप को मिल ही रहा है.

श्रद्धा मर्डर केस पर सीएम गहलोत का बड़ा बयान...

पढे़ं : लव जिहाद पर सख्त कानून बनाने की मांग संसद में उठाएंगे, महिलाएं भी अपनी सीमा तय करें- नवनीत राणा

गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए (Ashok Gehlot target bjp government) कहा कि धर्म औऱ जाति के नाम पर भीड़ जुटा लेना बहुत आसान है. उन्होंने कहा कि आग लगा बहुत आसान है लेकिन उसे बुझाना मुश्किल होता है.

सतीश पूनिया ने गहलोत पर साधा निशाना- श्रद्धा हत्याकांड पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद बीजेपी ने भी निशाना साधा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सीएम गहलोत का बयान बेहद गैर-जिम्मेदाराना है. इस बयान की जितनी कड़े शब्दों में निंदा की जाए उतनी कम है. यह जो लड़ाई है, वह घटना है, एक मानसिकता की लड़ाई है, विचार की लड़ाई है कि किस तरीके से सुनियोजित षड्यंत्र कर लव जिहाद, धर्मांतरण और इससे सबसे ज्यादा कोई प्रभावित है तो वह राजस्थान है.

तुष्टीकरण की राजनीति- सतीश पूनिया ने कहा कि दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो बयान दिया उसे सुन कर अफसोस हुआ कि तुष्टीकरण की राजनीति की इतनी पराकाष्ठा क्या हो सकती है कि इतनी वीभत्स घटना को एक सामान्य घटना करार दिया जाए. उसके बाद जो तर्क दिए जाएं उसको तर्क नहीं कुतर्क कहा जा सकता है. क्योंकि यह जो लड़ाई है वह एक मानसिकता की लड़ाई है.

गुजरात/जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot Gujarat Visit) इस समय गुजरात दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने दिल्ली में हुए (Gehlot on shraddha murder case) श्रद्धा मर्डर केस को लेकर कहा कि इंटरकास्ट और इंटर रिलीजन मैरिज वर्षों से होती आई हैं, लेकिन यह सिर्फ एक घटना है.

सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसी घटनाओं को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है. बस इसे अलग नाम दे दिया गया है. इस घटना को एक समुदाय विशेष से जोड़कर (Politics in Shraddha Murder Case) राजनीति करना गलत है. यदि धर्म के नाम पर किसी समुदाय को टारगेट कर दे रहे हैं और उसी के आधार पर आप की राजनीति चल रही है और उसका फायदा भी आप को मिल ही रहा है.

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गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए (Ashok Gehlot target bjp government) कहा कि धर्म औऱ जाति के नाम पर भीड़ जुटा लेना बहुत आसान है. उन्होंने कहा कि आग लगा बहुत आसान है लेकिन उसे बुझाना मुश्किल होता है.

सतीश पूनिया ने गहलोत पर साधा निशाना- श्रद्धा हत्याकांड पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद बीजेपी ने भी निशाना साधा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सीएम गहलोत का बयान बेहद गैर-जिम्मेदाराना है. इस बयान की जितनी कड़े शब्दों में निंदा की जाए उतनी कम है. यह जो लड़ाई है, वह घटना है, एक मानसिकता की लड़ाई है, विचार की लड़ाई है कि किस तरीके से सुनियोजित षड्यंत्र कर लव जिहाद, धर्मांतरण और इससे सबसे ज्यादा कोई प्रभावित है तो वह राजस्थान है.

तुष्टीकरण की राजनीति- सतीश पूनिया ने कहा कि दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो बयान दिया उसे सुन कर अफसोस हुआ कि तुष्टीकरण की राजनीति की इतनी पराकाष्ठा क्या हो सकती है कि इतनी वीभत्स घटना को एक सामान्य घटना करार दिया जाए. उसके बाद जो तर्क दिए जाएं उसको तर्क नहीं कुतर्क कहा जा सकता है. क्योंकि यह जो लड़ाई है वह एक मानसिकता की लड़ाई है.

Last Updated : Nov 22, 2022, 9:45 AM IST
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