जयपुर. यात्री वाहनों के टैक्स स्लैब छोटे करने की मांग को लेकर एक बार फिर बस ऑपरेटर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मुलाकात की. बस ऑपरेटर्स ने 50 से अधिक क्षमता वाले स्टेट कैरिज यात्री वाहनों के लिए स्लैब छोटा करने की मांग की.
बता दें कि सरकार द्वारा 50 सीट से अधिक क्षमता के स्टेट केटेगरी यात्री वाहनों के 300 किमी निर्धारित मानते हुए टैक्स देने की घोषणा की थी. जिसके बाद आए बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने इसका विरोध करते हुए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मुलाकात की. एसोसिएशन ने 50 सीट से अधिक स्टेट केटेगरी यात्री वाहनों के लिए 100 किलोमीटर के स्लैब से प्रारंभ करते हुए 150, 200 , 250, 300 किमी दूरी के लिए टैक्स स्लैब नर्धारित करने की मांग की.
हाल ही में सीएम गहलोत ने बजट में यात्री वहनों में लगने वाला टैक्स स्लैब जारी किया था. जिसके बाद से ही बस ऑपरेटर्स में नाराजगी थी. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बस ऑपरेटर एसोसिएशन राजस्थान के प्रतिनिधियों की मांग को गंभीरता से लेते हुए उनकी मांग को व्यवहारिकता से विचार करने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार बस ऑपरेटर्स की मांग की व्यावहारिक पक्षों का ध्यान रखते हुए राजस्व संग्रहण और बस ऑपरेटर्स की मांग के बीच संतुलन के साथ जल्द ही अपनी नीतियां बनाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि यात्री बस जितना चले उसको उतना ही टैक्स लगाना चाहिए.
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खाचरियावास ने कहा कि सरकार प्रदेश के विकास के लिए ऐसी नीतियां बनाने में विश्वास करती है जिसमें सभी की सहभागिता हो. प्रदेश की जनता को आवागमन के लिए बस सुविधा प्रदान कर रहे बस ऑपरेटर्स का ध्यान रखना भी सरकार का दायित्व है. प्रदेश के परिवहन सेवा के विस्तार समेत विकास कार्यों के लिए कर संग्रहण भी आवश्यक है.