जयपुर. ग्रेटर नगर निगम में मेयर की कुर्सी के लिए प्रत्याशियों की (Greater Municipal Corporation mayor by election) तस्वीर साफ हो गई है. अब बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा. नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी (nomination papers scrutiny) में कांग्रेस की 2 प्रत्याशी राजुला सिंह और नसरीन बानो का नामांकन खारिज हो गया. इसके बाद महापौर उपचुनाव के मैदान में अब बीजेपी की रश्मि सैनी और कांग्रेस की हेमा सिंघानिया ही हैं. 10 नवंबर को ग्रेटर नगर निगम को उसका नया महापौर मिलेगा.
इससे पहले शनिवार को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी के बाद महापौर उपचुनाव में प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो गई है. बीजेपी की ओर से वार्ड 12 की पार्षद रश्मि सैनी महापौर का चेहरा होंगी. जबकि कांग्रेस की 3 पार्षदों हेमा सिंघानिया, राजुला सिंह और नसरीन बानो ने नामांकन पत्र दाखिल किया था. इनमें से वार्ड 74 की पार्षद हेमा सिंघानिया को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था. राजुला सिंह डमी कैंडिडेट और नसरीन बानो ने अपना नामांकन दाखिल किया था.
पढ़ें. महापौर उपचुनाव: बीजेपी की 1 और कांग्रेस से 3 कैंडिडेट्स ने भरा नामांकन
हालांकि नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी में राजुला सिंह की ओर से शपथ पत्र जमा नहीं कराने और नसरीन बानो की ओर से नामांकन शुल्क जमा नहीं करवा पाने के चलते इनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया. जयपुर नगर निगम ग्रेटर की दलीय स्थिति इस प्रकार है कि बीजेपी के 85 पार्षद, कांग्रेस के 49, निर्दलीय के 12 और रिक्त- 4 हैं.
साल 2020 में हुए ग्रेटर नगर निगम के 150 वार्डों के चुनावों में 88 वार्ड में बीजेपी, 49 में कांग्रेस और 13 निर्दलीयों ने जीत दर्ज की थी. आयुक्त से विवाद मामले में 4 पार्षद (तीन बीजेपी, एक निर्दलीय) निलंबित हो चुके हैं. इसलिए अब बीजेपी के 85, कांग्रेस के 49 और निर्दलीय 12 पार्षद हैं. उधर, बीजेपी के बाद अब कांग्रेस पार्षदों की भी बाड़ाबंदी की जाएगी. पहले मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के आवास पर पार्षद दल की बैठक होगी और उसके बाद शाम 4:00 बजे इन पार्षदों को खाचरियावास के आवास से ही मुहाना मंडी स्थित रिसॉर्ट में ले जाकर बाड़ाबंदी की जाएगी.