जयपुर. कोटा से भाजपा सांसद ओम बिरला लोकसभा के स्पीकर बनने के बाद केंद्र सरकार में राजस्थान का प्रतिनिधित्व बढ़ा है. बिरला को मिली इस उपलब्धि से राजस्थान भाजपा में भी खुशी की लहर है,लेकिन राजस्थान से ही आने वाले कुछ सांसद राजस्थान को मिली उपलब्धि से खुश भी है, साथ ही थोड़े मायूस भी.
मायूस इसलिए क्योंकि ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर बनने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में राजस्थान का कोटा लगभग लगभग पूरा हो चुका है.ऐसे में मोदी मंत्रिमंडल के अगले विस्तार में जो सांसद मंत्री बनने के सपने संजोए हुए थे उनको थोड़ा झटका लगा है.इसलिए मोदी मंत्रिमंडल के अगले विस्तार में शायद ही राजस्थान के किसी सांसद को मौका मिल पाए.प्रदेश भाजपा से जुड़े पदाधिकारियों नेता भी मानते हैं.केंद्र सरकार में इस बार राजस्थान को भरपूर प्रतिनिधित्व मिला है उम्मीद करते हैं आगे भी और प्रतिनिधित्व मिले.
मोदी मंत्रिमंडल में इस बार जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी मिली है,तो वही बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल और बाड़मेर सांसद कैलाश चौधरी को भी मोदी मंत्रिमंडल में बतौर राज्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई है.इन सबके साथ ही लोकसभा स्पीकर जैसे बड़े महत्व वाले पद पर राजस्थान के ही कोटा से सांसद ओम बिरला को जिम्मेदारी मिलने के बाद मोदी मंत्रिमंडल व सरकार में राजस्थान का दबदबा काफी बढ़ गया है.
ऐसे में राजनीति से जुड़े जानकार मानते हैं कि भविष्य में यदि मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ भी तो इस बार राजस्थान से किसी और सांसद को मौका मिलने की संभावना बेहद कम है,हालांकि मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री पद के दावेदारों में पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, पीपी चौधरी और राजसमंद से सांसद दीया कुमारी के साथ ही एनडीए के सहयोगी और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल का नाम प्रमुखता से चल रहा था.लेकिन बिरला के स्पीकर बनने के बाद अब राजस्थान के इन सांसदों के मोदी कैबिनेट तक पहुंचने का रास्ता काफी लंबा नजर आने लगा है.