जयपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की प्रतियोगी परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाने के करीब 9 महीने पुराने मामले में सोमवार को आरोपी ने कोर्ट में समर्पण कर दिया है. कोर्ट ने उसे पुलिस को सौंप दिया है और अब उससे पूछताछ की जा रही है. पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) वंदिता राणा ने बताया कि कर्मचारी चयन बोर्ड की प्रतियोगी परीक्षा में अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामले में करौली जिले के टोडाभीम निवासी मलकेश मीणा पिछले साल जुलाई से फरार था. उसने आज कोर्ट में समर्पण कर दिया है. पुलिस ने अब उसे गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ और अनुसंधान किया जा रहा है.
परीक्षा केंद्र पर पकड़ा गया था डमी अभ्यर्थी
डीसीपी वंदिता राणा ने बताया कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा के दौरान 13 जुलाई 2022 को सिरसी रोड स्थित परीक्षा केंद्र अलंकार महिला पीजी महाविद्यालय में जांच के दौरान एक अभ्यर्थी संदिग्ध पाया गया था. उसके प्रवेश पत्र और मूल आईडी की जांच में गड़बड़ी लगने पर कॉलेज प्रशासन ने पूछताछ की तो वह बोला कि उसे मलकेश मीणा के स्थान पर परीक्षा देने भेजा गया है. उत्तर प्रदेश के गोयला गांव निवासी विकास कुमार जाट के रूप में उसकी पहचान की गई. उसके साथ कॉलेज आए रमेशचंद मीणा को कॉलेज प्रशासन ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था.
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कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल ने दर्ज करवाया था मामला
इस संबंध में मानसरोवर विस्तार में कृष्णा नगर निवासी रामचंद जाट ने करणी विहार थाने में मामला दर्ज करवाया था. वह अलंकार कॉलेज में वाइस प्रिंसिपल है. उन्होंने बताया कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की पहली पारी की परीक्षा में पेपर देने आए अभ्यर्थी के दस्तावेजों में गड़बड़ी की आशंका होने पर उससे पूछताछ की गई तो सामने आया कि मलकेश मीणा के स्थान पर विकास कुमार जाट परीक्षा देने आया है. उनकी रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया था.