जयपुर. राजधानी के सीतापुर स्थित राजस्थान फाइनेंस कॉर्पोरेशन के दफ्तर में एसीबी की टीम ने बुधवार को छापा मारा. जहां से एसीबी की टीम ने असिस्टेंट मैनेजर बजरंग लाल को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया. जानकारी के अनुसार असिस्टेंट मैनेजर ने लोन स्वीकृत करने की एवज में रिश्वत मांगी थी.
वहीं, कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए एसीबी के सीआई नीरज भारद्वाज ने बताया कि ब्यूरो में आकर एक परिवादी ने शिकायत दी थी. सीतापुरा में पेपर यूनिट लगाने के लिए उसने लोन अप्लाई किया था. जिसमें उसका कुछ लोन स्वीकृत हुआ था. जिसकी फर्स्ट इंस्टॉलमेंट के रूप में उसे चेक भी प्राप्त हुआ. लेकिन उस लोन को स्वीकृत करने के एवज में घूसखोर बजरंग लाल की ओर से रिश्वत मांगी गई थी.
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उल्लेखनीय है कि परिवादी की कुल लोन राशि 1.75 करोड़ रुपए थी. जिसमें पहली किश्त के तौर पर 62 लाख रुपए का लोन स्वीकृत कर चेक जारी किया गया था. इसके चलते एसीबी की टीम ने परिवादी के मोबाइल की रिकॉर्डिंग का सत्यापन करवाया. जिसमें रिश्वत के तौर पर 50 हजार रुपए की मांग की गई थी.
हालांकि, कुल रिश्वत राशि की डिमांड का खुलासा नहीं हो पाया है. बता दें कि ये कार्रवाई एडिशनल एसपी नरोत्तम वर्मा की टीम ने अंजाम दी. वहीं, डीजी डॉ. आलोक त्रिपाठी, एडीजी सौरभ श्रीवास्तव और आईजी दिनेश एमएन ने इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग की थी. फिलहाल, एसीबी की टीम रिश्वतखोर बजंरग लाल से पूछताछ कर रही है. ऐसे में महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी खंगाला जा रहा है. जिसके बाद ही बजरंग लाल का काला चिट्टा खुलेगा.