ETV Bharat / state

अपहरण की सूचना ने कराई पुलिस की परेड

राजधानी के मानसरोवर थाना पुलिस की अपहरण होने की एक सूचना ने अच्छी खासी परेड करवा दी. पुलिस को सूचना मिली कि रिद्धि-सिद्धि चौराहे पर स्थित अभिज्ञान कोचिंग सेंटर से एक शिक्षक का कुछ लोग जबरन अपहरण कर ले गए हैं.

घटना के बारे में बताते कोचिंग अध्यापक
author img

By

Published : Mar 30, 2019, 8:48 PM IST

जयपुर. अपहरण की सूचना पर कोचिंग सेंटर पहुंची पुलिस ने आस-पास के इलाके में नाकाबंदी करवाई. पुलिस अपहरणकर्ताओं के बारे में जानकारी जुटा ही रही थी कि तभी मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को यह सूचना मिली कि जिस व्यक्ति का अपहरण होने की बात कही जा रही है, वह मानसरोवर थाने आया है. यही नहीं साथ ही जिन लोगों पर अपहरण करने का आरोप लगाया जा रहा है. वह लोग भी मानसरोवर थाने पर मौजूद हैं. जब पुलिस ने पूरा माजरा जाना, तब जाकर स्थिति साफ हो पाई.

अपहरण की सूचना ने कराई पुलिस की परेड

दरअसल अभिज्ञान कोचिंग सेंटर पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों को पढ़ाने वाले 1 शिक्षक गजेंद्र कव्या ने सोशल मीडिया पर अपने समाज को लेकर एक टिप्पणी की थी. जिसका समाज के युवाओं ने जमकर विरोध किया और गजेंद्र से मिलने के लिए अभिज्ञान कोचिंग सेंटर पहुंच गए. इस दौरान गजेंद्र और युवाओं में कुछ कहासुनी हुई और मामला हाथापाई तक जा पहुंचा. वहीं मामला बिगड़ता देख गजेंद्र का एक मित्र उसे अपनी गाड़ी में बैठा कर मौके से फटाफट भाग निकला और यह पूरा सीन देख लोगों ने गजेंद्र के अपहरण का हल्ला मचा दिया.

फिलहाल दोनों ही पक्ष मानसरोवर थाने पहुंचे. जहां पुलिस ने दोनों पक्षों से समझाइश का प्रयास किया. वहीं हाथापाई करने वाले कुछ युवकों के खिलाफ गजेंद्र ने थाने में शिकायत भी दी है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

जयपुर. अपहरण की सूचना पर कोचिंग सेंटर पहुंची पुलिस ने आस-पास के इलाके में नाकाबंदी करवाई. पुलिस अपहरणकर्ताओं के बारे में जानकारी जुटा ही रही थी कि तभी मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को यह सूचना मिली कि जिस व्यक्ति का अपहरण होने की बात कही जा रही है, वह मानसरोवर थाने आया है. यही नहीं साथ ही जिन लोगों पर अपहरण करने का आरोप लगाया जा रहा है. वह लोग भी मानसरोवर थाने पर मौजूद हैं. जब पुलिस ने पूरा माजरा जाना, तब जाकर स्थिति साफ हो पाई.

अपहरण की सूचना ने कराई पुलिस की परेड

दरअसल अभिज्ञान कोचिंग सेंटर पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों को पढ़ाने वाले 1 शिक्षक गजेंद्र कव्या ने सोशल मीडिया पर अपने समाज को लेकर एक टिप्पणी की थी. जिसका समाज के युवाओं ने जमकर विरोध किया और गजेंद्र से मिलने के लिए अभिज्ञान कोचिंग सेंटर पहुंच गए. इस दौरान गजेंद्र और युवाओं में कुछ कहासुनी हुई और मामला हाथापाई तक जा पहुंचा. वहीं मामला बिगड़ता देख गजेंद्र का एक मित्र उसे अपनी गाड़ी में बैठा कर मौके से फटाफट भाग निकला और यह पूरा सीन देख लोगों ने गजेंद्र के अपहरण का हल्ला मचा दिया.

फिलहाल दोनों ही पक्ष मानसरोवर थाने पहुंचे. जहां पुलिस ने दोनों पक्षों से समझाइश का प्रयास किया. वहीं हाथापाई करने वाले कुछ युवकों के खिलाफ गजेंद्र ने थाने में शिकायत भी दी है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

Intro:जयपुर

एंकर- राजधानी की मानसरोवर थाना पुलिस की अपहरण की एक सूचना ने अच्छी खासी परेड करवा दी। पुलिस को सूचना मिली की रिद्धि सिद्धि चौराहे पर स्थित अभिज्ञान कोचिंग सेंटर से एक शिक्षक का कुछ लोग जबरन अपहरण कर भागे हैं। सूचना पर तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के इलाके में नाकाबंदी करवाई। पुलिस अपहरणकर्ताओं के बारे में जानकारी जुटा ही रही थी कि तभी मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को यह सूचना मिली कि जिस व्यक्ति का अपहरण होने की बात कही जा रही है वह मानसरोवर थाने आया है और साथ ही जिन लोगों पर अपहरण करने का आरोप लगाया जा रहा है वह लोग भी मानसरोवर थाने पर मौजूद हैं। जब पुलिस ने पूरा माजरा जाना तब जाकर स्थिति साफ हो पाई।


Body:वीओ- दरअसल अभिज्ञान कोचिंग सेंटर पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों को पढ़ाने वाले 1 शिक्षक गजेंद्र कव्या ने सोशल मीडिया पर अपने समाज को लेकर एक टिप्पणी की थी। जिसका समाज के युवाओं ने जमकर विरोध किया और गजेंद्र से मिलने के लिए अभिज्ञान कोचिंग सेंटर पहुंच गए। इस दौरान गजेंद्र और युवाओं में कुछ कहासुनी हुई और मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। वहीं मामला बिगड़ता देख गजेंद्र का एक मित्र उसे अपनी गाड़ी में बैठा कर मौके से फटाफट भाग निकला और यह पूरा सीन देख लोगों ने गजेंद्र के अपहरण का हल्ला मचा दिया। फिलहाल दोनों ही पक्ष मानसरोवर पहुंचे जहां पुलिस ने दोनों पक्षों से समझाइश का प्रयास किया। वहीं हाथापाई करने वाले कुछ युवकों के खिलाफ गजेंद्र ने थाने में शिकायत भी दी है। फिलहाल पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।


बाइट- नरेंद्र सिंह, प्रत्यक्षदर्शी




Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.