जयपुर. नए शैक्षणिक सत्र के आगाज के साथ ही राजस्थान विश्वविद्यालय और संघटक कॉलेजों में छात्र संघ चुनावों को लेकर भी छात्र नेताओं ने कमर कस ली है. चुनाव से पहले माहौल बनाने के लिए छात्र नेता विश्वविद्यालय और संघटक कॉलेजों के आस पास अपने पोस्टर लगाकर नए विद्यार्थियों के बीच अपना इमेज बनाने की जुगत में जुट गए हैं. ऐसा करके वे टिकट के लिए अपनी दावेदारी भी पेश कर रहे हैं. ऐसे में राजस्थान विश्वविद्यालय के आस पास का क्षेत्र छात्र नेताओं के पोस्टरों से पटा हुआ है. लेकिन चेहरा चमकाने और टिकट की दावेदारी के लिए पोस्टर लगाने का यह दांव NSUI से जुड़े एक छात्र नेता पर भारी पड़ गया. उसके खिलाफ राजधानी जयपुर की गांधीनगर थाना पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम 2006 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
गांधीनगर थाने के एसआई प्रहलाद नारायण के अनुसार, वे 5 जुलाई को रूटीन गश्त पर निकले थे. गांधीनगर मोड से राजस्थान विश्वविद्यालय पहुंचे तो वहां जेएलएन मार्ग पर बने बस स्टैंड पर मेघराज गुर्जर NSUI के पोस्टर लगे थे. इस तरह सार्वजानिक संपत्ति पर पोस्टर लगाना सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत अपराध है. उन्होंने इस मामले में थाने में रिपोर्ट दी है. जिसके आधार पर मेघराज गुर्जर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमे की जांच गांधीनगर थाने के हेड कांस्टेबल रतिराम को सौंपी गई है.
पोस्टर लगाने वाले छात्रनेताओं पर पुलिस की नजर : छात्र संघ चुनाव में टिकट के लिए दावेदारी और विद्यार्थियों के बीच चेहरा चमकाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर लगाने वाले छात्र नेताओं पर पुलिस की नजर है. ऐसे मामलों में पुलिस अब एक्शन भी ले रही है. हालांकि, राजस्थान विश्वविद्यालय और संघटक कॉलेजों के आस पास के इलाकों में बड़ी संख्या में टिकट के दावेदार छात्रनेता अपने पोस्टर लगाते हैं. अब देखना यह है कि पुलिस की इस सख्ती का आने वाले समय में क्या असर दिखाई पड़ता है.