जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के 78वें स्थापना दिवस समारोह में शिरकत करने पहुंचे राज्यपाल कलराज मिश्र ने मानविकी पीठ के नवीनीकरण कार्यों का लोकार्पण भी किया. इस मौके पर डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, सांसद रामचरण बोहरा और विधायक कालीचरण सराफ भी मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने कहा कि देश के विश्वविद्यालय शैक्षिक गुणवत्ता और शोध-अनुसंधान में इस तरह विकसित करें कि विदेशों से अभिभावक अपने बच्चों को यहां पढ़ने भेजने के लिए उत्सुक रहे.
उन्होंने विकसित भारत के संकल्प के लिए उच्च शिक्षा से जुड़े युवाओं को आगे आकर अपनी भूमिका निभाने का भी आह्वान किया. गवर्नर मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालय वो स्थान है, जहां से ज्ञान के बीज अंकुरित होते हैं. यहीं से युवा पीढ़ी भविष्य में कुछ बनने के सपने संजोते हैं. उन्होंने कहा कि आजादी के सौ वर्ष पूर्ण होने के अमृतकाल में न केवल विकास के लिए कार्य करना है, बल्कि आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और लैंगिक असमानताओं को दूर कर तेजी से आगे बढ़ने की भी जरूरत है जिसमें देश के विश्वविद्यालयों को संवाहक बनना चाहिए. राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को ऐसे पाठ्यक्रम बनाने पर जोर दिया जो युवाओं को कौशल संपन्न करने के साथ ही उनकी भविष्य की दृष्टि को विकसित कर सके.
जल्द भरे जाएंगे रिक्त पद: समारोह में उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने विश्वविद्यालयी शिक्षा के जरिए युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए सक्षम बनाने पर जोर दिया. उन्होंने विश्वविद्यालय में रिक्त पद भरने के लिए प्रभावी प्रयास करने की बात कही. वहीं, सांसद रामचरण बोहरा ने नई शिक्षा नीति के साथ विकसित भारत के लिए चुनौतियों को अवसरों में बदलने की बात कही. इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि उन्हें दोबारा टिकट मिलता है, तो जीत कर वो 51 लाख की राशि सांसद कोष से विश्वविद्यालय को देंगे.
'ढाई दिन के झोपड़े' में संस्कृत भाषा में लिखे मंत्र गूजेंगे ! : समारोह में सांसद दौरान बोहरा ने मंच से ये भी कहा कि विग्रहराज चौहान ने जिस संस्कृत विद्यालय का निर्माण कराया था, उसे मोहम्मद गौरी ने तोड़ा था. वहां 'ढाई दिन का झोपड़ा' बनाया, इसके साक्ष्य आज भी वहां पर मौजूद हैं. ढाई दिन के झोपड़े के पास संगमरमर के एक शिलालेख में इसका उल्लेख है जिस पर संस्कृत विद्यालय होने के प्रमाण भी है. उन्होंने कहा कि अब वो दिन दूर नहीं जब 'ढाई दिन के झोपड़' में संस्कृत भाषा में लिखे मंत्र गूजेंगे.
'वो जाने वाले हैं, और हम आने वाले हैं': कार्यक्रम में पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और स्थानीय विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि वो खुद इसी विश्वविद्यालय में पढ़े हैं और यूनिवर्सिटी उन्हीं के विधानसभा क्षेत्र में आती है. सराफ ने कहा कि कुलपति ने उन्हें विश्वविद्यालय में कंप्यूटर की कमी की जानकारी दी इसलिए उन्होंने 20 लाख रुपए विधायक कोष से आवंटित किए हैं. सराफ ने कहा कि पूर्व कैबिनेट मंत्री महेश जोशी से कंपेयर नहीं करने की बात कहते हुए कहा कि वो जाने वाले हैं, और हम आने वाले हैं. करणपुर के परिणाम पर उन्होंने कहा कि सुरेंद्र पाल टीटी को जिन्होंने मंत्री बनाया ये सवाल उनसे पूछो.
राजस्थान विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस समारोह: कुलपति अल्पना कटेजा ने कहा कि 78वें स्थापना दिवस पर डिप्टी सीएम, विधायक, सांसद सभी ने विश्वविद्यालय के लिए यथासंभव मदद करने का आश्वासन दिया है. इससे विश्वविद्यालय की कई सारी कमियों को पूरा करने के अवसर प्राप्त होंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्थान विश्वविद्यालय में रिक्तियां भरने, नैक (NAAC) करवाने और एनईपी लागू करवाना प्राथमिकता होगी. कुलपति कटेजा ने कहा कि नैक करवाना है तो सबसे पहले इंफ्रास्ट्रक्चर की कमियां, टीचर्स और रिसोर्सेज की कमियों को दूर करना होगा. कुलपति ने कहा कि 2 साल से जो पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम नहीं हो रहे थे, उसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है और फरवरी के पहले सप्ताह में एंट्रेंस एग्जाम होने जा रहे हैं.