जयपुर. मेवात से जुड़ी एक अंतरराज्यीय साइबर ठगी गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच ने आज 5 शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. ये शातिर साइबर ठग देश के कई राज्यों में वारदात कर चुके हैं और इनके ठाठ देखकर खुद क्राइम ब्रांच के अधिकारी भी हैरान हैं. ये किसी भी जगह वारदात को अंजाम देने के लिए हवाई जहाज से आते-जाते हैं. सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम इन साइबर ठगों पर काफी समय से नजर रख रही थी. जैसे ही ये बदमाश जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे. उन्हें दबोच लिया गया.
एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन ने बताया कि अलवर-भरतपुर में सक्रिय अंतरराज्यीय मेवात गैंग के पांच बदमाशों को सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है. ये सभी भरतपुर के डीग इलाके के रहने वाले हैं. कल्याणपुरा निवासी जुबैर, लुकमान, मुश्ताक, पुना निवासी सद्दाम और सोमका गांव निवासी इदरिस क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े हैं. इनके कब्जे से 2.31 लाख रुपए नकद और अलग-अलग बैंकों के 75 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं. इनके खिलाफ एयरपोर्ट थाने में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. पूछताछ में साइबर ठगी की कई बड़ी वारदातों का खुलासा होने की संभावना है.
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बैंकों को चिह्नित कर बनाते निशाना, शिकायत कर लेते रिफंड: एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के अनुसार, ये बदमाश तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, असम और महाराष्ट्र के विभिन्न बैंकों के एटीएम हैक कर रुपए निकलवाते थे. वारदात के लिए ये फ्लाइट से ही सफर करते थे. तेलंगाना के भद्रादी अरबन कॉपरेटिव बैंक, मध्य प्रदेश के बैंक ऑफ इंडिया, गुजरात के बनासकंठा बैंक के साथ ही अन्य बैंकों के एटीएम हैक कर रुपए निकलवाते थे. इसके बाद संबंधित बैंक के टोल फ्री नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवाते कि अकाउंट से पैसा कट गया है, लेकिन उन्हें रकम नहीं मिली. इसके बाद 7 दिन में बैंक वापस राशि रिफंड कर देता. इस तरह ये बदमाश जनता और सरकारी बैंक के रुपए हड़पते थे.