जयपुर. राजस्थान लोकसेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 5 आरोपियों को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है. अब जांच एजेंसी के अधिकारी इन आरोपियों से गहन पूछताछ करेंगे.
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के अनुसार, राजस्थान लोकसेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 के पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने सुरेश साहू, विजय डामोर, पुखराज, पीराराम और अरुण शर्मा को गिरफ्तार किया है. इन्हें कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है.
सुरेश ढाका का जीजा और कटारा का भतीजा भी शामिल: प्रवर्तन निदेशालय ने जिन पांच आरोपियों को रिमांड पर लिया है. उनमें पेपर लीक के मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और आरपीएससी सदस्य रहे बाबूलाल कटारा के रिश्तेदार भी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार, ईडी के हत्थे चढ़ा सुरेश साहू, सुरेश ढाका का जीजा है. जबकि एक अन्य आरोपी विजय डामोर आरपीएससी सदस्य रहे और पेपर लीक करने के आरोपी बाबूलाल कटारा का भतीजा है. कटारा को एसओजी ने पहले गिरफ्तार कर लिया था. जबकि सुरेश ढाका अभी एजेंसियों की पकड़ से दूर है.
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आरपीएससी से कटारा ने किया था पेपर लीक: दिसंबर 2022 में हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक उस समय आरपीएससी सदस्य रहे बाबूलाल कटारा ने किया था. उसने 60 लाख रुपए लेकर पर्चा शेरसिंह उर्फ अनिल मीणा को दिया था. जिसने सुरेश विश्नोई और सुरेश ढाका के जरिए पर्चा अभ्यर्थियों तक पहुंचाया था. बदले में हर अभ्यर्थी से 5-7 लाख रुपए तक वसूल किए गए थे.
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तीन जेलों से किया गिरफ्तार: ईडी ने सुरेश साहू, विजय डामोर और पुखराज को जोधपुर जेल से बुधवार को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया. जबकि पीराराम को बीकानेर और अरुण शर्मा को अजमेर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया. इन पांचों आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने सभी आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर ईडी को सौंप दिया. अब जयपुर में इन सभी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी.