जयपुर. प्रदेश की सबसे बड़ी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा बुधवार को सिंधी विषय की परीक्षा के साथ संपन्न हुई. जयपुर के परीक्षा केंद्र पर आयोजित इस भर्ती परीक्षा में भले ही पंजीकृत अभ्यर्थी कम हो. लेकिन जांच व्यवस्था में कोई कोताही नहीं बरती गई. पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन और शिक्षा महकमे की संयुक्त टीम की ओर से अभ्यर्थियों की जांच सुनिश्चित करने के बाद ही उन्हें परीक्षा कक्ष में बैठने की अनुमति दी गई. हालांकि इस परीक्षा को लेकर पंजीकृत अभ्यर्थियों में ज्यादा उत्साह देखने को नहीं मिला.
271 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से 171 अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचे. इस दौरान अभ्यर्थियों की मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर के जरिए जांच की गई. वहीं डमी कैंडिडेट परीक्षा में शामिल ना हो इस को मद्देनजर रखते हुए अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड की जांच के साथ फोटो आईडी कार्ड की गहनता से जांच की गई. और उसमें दी गई जानकारी को मौखिक रूप से पूछा भी गया.
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तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष हरिप्रसाद ने कहा कि परीक्षा पूरी पारदर्शी प्रक्रिया के तहत संपन्न कराई गई है. परीक्षा में कुल 9 लाख 65 हजार 365 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे. जिनमें से 9 लाख 2 हजार 325 अभ्यर्थियों ने भाग लिया. जबकि 63 हजार 40 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. परीक्षा में उपस्थिति 93.47 फीसदी रही. उन्होंने बताया कि अब पहले आंसर की जारी की जाएगी. संभावना यही जताई जा रही है कि अप्रैल में परीक्षा का रिजल्ट जारी हो जाएगा. आपको बता दें कि परीक्षा के दौरान पुलिस और एसओजी की टीम ने करीब 50 डमी कैंडिडेट को भी पकड़ा. इसके अलावा 25 फरवरी को पहले दिन जोधपुर में नकली नकल गिरोह का मामला भी सामने आया था.