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बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंची महिला का ऑपरेशन, सिर से निकला 12 सेमी का ट्यूमर

जयपुर के भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डॉक्टर्स की टीम ने एक महिला को नई जिन्दगी दी है. इस महिला को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था. जहां ऑपरेशन के बाद सिर से ट्यूमर निकाला गया और महिला अब पूरी तरह से स्वस्थ है.

12 cm brain tumor removed
सिर से निकला 12 सेमी का ट्यूमर
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 29, 2023, 7:23 PM IST

Updated : Dec 29, 2023, 8:01 PM IST

महिला के सिर से निकाला 12 सेमी का ट्यूमर

जयपुर. राजधानी के एक अस्पताल के चिकित्सकों ने 40 साल की महिला के सिर का ऑपरेशन करने के बाद 12 सेंटीमीटर का ट्यूमर ब्रेन से निकाला है. न्यूरो ऑन्कोलॉजिस्ट डॉक्टर नितिन द्विवेदी की टीम के मुताबिक ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण था. यह सर्जरी, गांठ के आकार और जगह के कारण काफी चुनौतीपूर्ण थी. तीन घंटे तक चली सर्जरी के बाद मरीज पूरी तरह से सेहतमंद है और ऑपरेशन के दूसरे दिन से चलने-फिरने में सक्षम है.

डॉ द्विवेदी ने कहा कि विजयनगर निवासी भगवती को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था. महिला के परिजनों के मुताबिक उसे सिर में दर्द, उल्टी और चक्कर आने की परेशानी कुछ दिनों से चल रही थी. ऐसे में महिला की ब्रेन एमआरआई करवाई गई, जिसमें ट्यूमर पाया गया. स्कैन में साफ दिख रहा था कि ट्यूमर ब्रेन के अगले हिस्से में है और नाक के साथ ही दिमाग को जोड़ने वाली हड्डी तक जा रहा है. ऐसे में तुंरत ऑपरेशन करने का फैसला लिया गया और ट्यूमर को हटाया गया. पूरी सर्जरी के दौरान ट्यूमर के आकार और आस-पास की धमनियों को सुरक्षित रखना पूरे ऑपरेशन में सबसे बड़ी चुनौती था.

पढ़ें: महिला सोचती रही बढ़ रहा है वजन, निकला सात किलो से बड़ा ट्यूमर

66 फीसदी ट्यूमर कैंसर के नहीं: भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल की मेडिकल टीम के मुताबिक लोग ब्रेन ट्यूमर के नाम से डरते हैं, लेकिन यह ट्यूमर दूसरे ट्यूमर से बिल्कुल अलग होते हैं. जांच में 66 फीसदी ट्यूमर सामान्य ट्यूमर होते है, अतः वह कैंसर के नहीं होते हैं. 15 साल से कम उम्र के मरीजों का सर्वाइवल रेट भी 75 फीसदी होता है. वहीं 15 से 39 उम्र के मरीजों को में 72 फीसदी और 40 से अधिक उम्र के रोगियों में 21 फीसदी सर्वाइवल रेट होता है. इसलिए ब्रेन ट्यूमर की पहचान होने पर इलाज से घबराना नहीं चाहिए. वक्त पर इलाज लेकर मरीज को उपचार और निदान मिल सकता है.

पढ़ें: सिर के पीछे थी सिर के बराबर गांठ, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर हटाया 10 माह की बच्ची का ट्यूमर

ऐसे करें ट्यूमर की पहचान: डॉक्टर्स के मुताबिक तेज या लगातार रहने वाला सिरदर्द, चलने में परेशानी, तालमेल में समस्या, मांसपेशियों में कमजोरी, शरीर के एक तरफ कमजोरी या हाथों और पैरों की कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी या मतली आना, चुभन महसूस करना या स्पर्श कम महसूस होना, ठीक से बोलने और समझने में परेशानी या सुध-बुध खोना, दौरे पड़ना, धुंधला दिखना, बेहोशी आना, बोलने में कठिनाई या व्यक्तित्व में बदलाव के लक्षण ब्रेन ट्यूमर से जुड़े हैं. इन लक्षणों को अनदेखा करना गलत है. इन लक्षणों के होने पर डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए.

महिला के सिर से निकाला 12 सेमी का ट्यूमर

जयपुर. राजधानी के एक अस्पताल के चिकित्सकों ने 40 साल की महिला के सिर का ऑपरेशन करने के बाद 12 सेंटीमीटर का ट्यूमर ब्रेन से निकाला है. न्यूरो ऑन्कोलॉजिस्ट डॉक्टर नितिन द्विवेदी की टीम के मुताबिक ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण था. यह सर्जरी, गांठ के आकार और जगह के कारण काफी चुनौतीपूर्ण थी. तीन घंटे तक चली सर्जरी के बाद मरीज पूरी तरह से सेहतमंद है और ऑपरेशन के दूसरे दिन से चलने-फिरने में सक्षम है.

डॉ द्विवेदी ने कहा कि विजयनगर निवासी भगवती को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था. महिला के परिजनों के मुताबिक उसे सिर में दर्द, उल्टी और चक्कर आने की परेशानी कुछ दिनों से चल रही थी. ऐसे में महिला की ब्रेन एमआरआई करवाई गई, जिसमें ट्यूमर पाया गया. स्कैन में साफ दिख रहा था कि ट्यूमर ब्रेन के अगले हिस्से में है और नाक के साथ ही दिमाग को जोड़ने वाली हड्डी तक जा रहा है. ऐसे में तुंरत ऑपरेशन करने का फैसला लिया गया और ट्यूमर को हटाया गया. पूरी सर्जरी के दौरान ट्यूमर के आकार और आस-पास की धमनियों को सुरक्षित रखना पूरे ऑपरेशन में सबसे बड़ी चुनौती था.

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66 फीसदी ट्यूमर कैंसर के नहीं: भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल की मेडिकल टीम के मुताबिक लोग ब्रेन ट्यूमर के नाम से डरते हैं, लेकिन यह ट्यूमर दूसरे ट्यूमर से बिल्कुल अलग होते हैं. जांच में 66 फीसदी ट्यूमर सामान्य ट्यूमर होते है, अतः वह कैंसर के नहीं होते हैं. 15 साल से कम उम्र के मरीजों का सर्वाइवल रेट भी 75 फीसदी होता है. वहीं 15 से 39 उम्र के मरीजों को में 72 फीसदी और 40 से अधिक उम्र के रोगियों में 21 फीसदी सर्वाइवल रेट होता है. इसलिए ब्रेन ट्यूमर की पहचान होने पर इलाज से घबराना नहीं चाहिए. वक्त पर इलाज लेकर मरीज को उपचार और निदान मिल सकता है.

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ऐसे करें ट्यूमर की पहचान: डॉक्टर्स के मुताबिक तेज या लगातार रहने वाला सिरदर्द, चलने में परेशानी, तालमेल में समस्या, मांसपेशियों में कमजोरी, शरीर के एक तरफ कमजोरी या हाथों और पैरों की कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी या मतली आना, चुभन महसूस करना या स्पर्श कम महसूस होना, ठीक से बोलने और समझने में परेशानी या सुध-बुध खोना, दौरे पड़ना, धुंधला दिखना, बेहोशी आना, बोलने में कठिनाई या व्यक्तित्व में बदलाव के लक्षण ब्रेन ट्यूमर से जुड़े हैं. इन लक्षणों को अनदेखा करना गलत है. इन लक्षणों के होने पर डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए.

Last Updated : Dec 29, 2023, 8:01 PM IST
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