जयपुर. बीते दिनों प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए चिकित्सा विभाग के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल का गई थी. जिसमें ऑक्सीजन प्लांट, बेड, दवाइयां और दूसरे उपकरणों की गहनता से जांच की गई. यही नहीं कोरोना पॉजिटिव मरीज के सैंपल का जिनोम सीक्वेंसिंग कराया गया, तो उसमें नए वेरिएंट जेएन.1 के संक्रमित भी राजस्थान में मिले. हालांकि जांच में स्पष्ट हो गया कि कोरोना ओमिक्रॉन का ये सब वेरिएंट तब तक घातक नहीं है जब तक मरीज को कोई अन्य गंभीर बीमारी ना हो. यही वजह है कि डॉक्टर्स ने गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को सतर्क रहने के निर्देश भी दिए.
रविवार को जिन 795 सैंपल की रिपोर्ट आई, उसमें 11 मरीज पॉजिटिव मिले हैं. इनमें जयपुर में 8, चूरू में 1 और 2 मरीज जोधपुर में मिले हैं, जिसके चलते अब एक्टिव केस की संख्या 59 हो गई है. इनमें सर्वाधिक जयपुर में ही 30 हैं. इसके अलावा भरतपुर में 13, जोधपुर में 3, सीकर में 2, बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, बीकानेर, बूंदी, चूरू, दौसा, धौलपुर, झुंझुनू, करौली और उदयपुर में एक-एक एक्टिव केस मौजूद है. रविवार को चार कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक भी हुए.
इसे भी पढ़ें-देश में मई के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आए
चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने दौसा जिले के एक मरीज की मौत को सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित होने की वजह बताते हुए इसे कोरोना संक्रमण से हुई मौत के आंकड़ों से दूर रखा है. अधिकारियों ने बताया कि नए वेरिएंट और पुराने वेरिएंट के साथ जो भी पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं, वो 5 से 7 दिन में ठीक हो रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी निल है.