हनुमानगढ़. जिले में धानका समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन देने पहुंचे थे. समाज के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रमोहन धानका की तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. इसके बाद धानका समाज के लोगों ने आक्रोश जाहिर किया. समाज के लोगों ने कहा कि तहसीलदार ने उन्हें अस्पताल तक जाने के लिए साधन तक उपलब्ध नहीं करवाया.
धानका समाज के लोग जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन की कड़ी में आज समाज के लोग जब ज्ञापन देने पहुंचे तो वहां समाज के प्रदेशाध्यक्ष इंद्रमोहन धानका की तहसीलदार कार्यालय में तबीयत बिगड़ गई. जब समाज के लोगों द्वारा अस्पताल के लिए साधन उपलब्ध करवाने की बात कही तो तहसीलदार वहां से चले गए और लोगों ने खुद के स्तर पर इंद्रमोहन को अस्पताल पहुंचाया.
ये भी पढ़ें: जयपुर : अब रिंग रोड की बदहाली पर शुरू हुई सियासत, मंत्री ने कहा एनएचएआई की खुल गई पोल
उपचार के दौरान डॉक्टर्स ने इंद्रमोहन को मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद लोगों में आक्रोश फैल गया. आक्रोश के चलते उन्होंने मृतक का शव सड़क पर रखकर जाम करना चाहा लेकिन परिवार के लोगों ने जाम नहीं करना दिया. वहीं समाज के लोगों ने कहा कि अब उग्र आंदोलन किया जाएगा. इंद्रमोहन के परिजन शव अपने घर ले गए. समाज के लोगों ने तय किया कि वे अब ज्ञापन के माध्यम से आंदोलन करेंगे और आगे की रणनीति तय कर जिला कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे.