हनुमानगढ़. शहर में मुख्य रूप से 5 चौराहे है. जहां पर ट्रैफिक पुलिस की गुमटी या ट्रैफिक प्वाइंट बने है. लेकिन इन प्वाइंट पर ट्रैफिक जवान कभी-कभी ही देखे जाते हैं और व्यवस्था रामभरोसे चल रही है. साफ शब्दों में कहे तो हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है. आए दिन यहां पर ऑटो चालक हो या ट्रैफिक नियम तोड़ते वाहन चालक हो आसानी से देखे जा सकते हैं.
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व्यवस्था को सुचारू रूप से करने के लिए नागरिकों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपे हैं. हनुमानगढ़ में मुख्य रूप से पांच ट्रैफिक प्वाइंट बने हुए हैं. इनमें से राजीव चौक, बस स्टैंड रोडवेज डिपो, अंबेडकर सर्किल, चूना फाटक पर यूं तो ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई जाती है. लेकिन ड्यटी कितनी असरदार है ये आसान से ट्रैफिक तोड़ने लोगों से देखा जा सकता है. ट्रैफिक को लेकर हनुमानगढ़ की सबसे बड़ी समस्या ऑटो चालकों की है. जो अपनी मर्जी से चलते हैं दुर्घटना होती है लेकिन यातायात प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है. चालान काटने की बात करें तो कभी-कभी कागजी कार्रवाई करने के उद्देश्य से जगह-जगह नाकाबंदी की जाती है. फिर चालान किए जाते हैं लेकिन थोड़े दिन बाद में हालात वही होती हैं.
हाल ही में हनुमानगढ़ के मुख्य बस स्टैंड निर्माण कार्य चल रहा है. जिसकी वजह से बस स्टैंड में वाहन खड़े नहीं होते बाहर सड़कों पर खड़े हो रहे हैं. जिसके चलते पूरी तरह से परेशान फैल चुकी है. लेकिन यहां का विभाग आंखें मूंदे बैठा है. वर्तमान में ट्रैफिक इंचार्ज सुशील खत्री है जिसे हटाने को लेकर भी लोगों ने आंदोलन किया था. क्योंकि उनसे स्थिति संभल नहीं रही है और आमजन को परेशानी हो रही है.
वहीं हनुमानगढ़ का सबसे व्यस्ततम चौराहा राजीव चौक है. उसके बाद बस स्टैंड का चौराहा है, उसके बाद अंबेडकर सर्किल का चौराहा है. लेकिन यहां पर पुलिस जवान नाममात्र की ही ड्यूटी कर रहे है. हालांकि होमगार्ड जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है जो कि चालान काटने में सक्षम नहीं है. दूसरी तरफ हनुमानगढ़ में अभी रेड लाइट या दूसरे नियम लागू नहीं है मात्र ट्रैफिक प्वाइंट व्यवस्था को संभालने के लिए बनाए गए हैं. वह भी कुछ ऐसी जगह पर बनाए गए हैं जो की जगह संकरी है उससे भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.