हनुमानगढ़. केंद्र सरकार की ओर से सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध और कई अन्य मांगों को लेकर हड़ताल के दूसरे दिन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के बैनर तले हनुमानगढ के बैंक कर्मियों ने राज्य सरकार के लिए सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया. इसके साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि दूसरे दिन की हड़ताल के चलते बैंकों में प्रतिदिन होने वाले करोड़ों रुपए का लेनदेन प्रभावित रहा.
इस वजह से बैंक और एटीएम उपभोक्ताओं को काफी परेशानी उठानी पड़ी. यूएफओबीयू के अध्यक्ष प्रदीप गोयल और मीनाक्षी ने केंद्र सरकार पर हर चीज को बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बैंकों को कुछ बड़े घरानों को बेचना चाहती है. जिससे वह लोगों की जमा पूंजी उद्योगों में इस्तेमाल करते हुए अधिक लाभ कमा सके. वहीं, इस निजीकरण से बैंक उपभोक्ताओं को काफी नुकसान और समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, लेकिन वे किसी हालात में निजीकरण नहीं होने देंगे.
साथ ही सरकार जब तक अपना निर्णय वापस नहीं लेती है. तब तक विरोध इसी तरह जारी रहेगा. इस दौरान विरोध प्रदर्शन करने वालों में दिनेश कौशिक,प्रदीप गोयल, राजेश मुंजाल सहित कई बैंक कर्मी मौजूद रहे. गौरतलब है कि शनिवार और रविवार को भी बैंक बंद थे.
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इस तरह सरकारी बैंकों का कामकाज लगातार चार दिन तक ठप रहेगा. इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में आईडीबीआई बैंक के अलावा दो और सरकारी बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया था. जिसका बैंक कर्मचारी यूनियनों की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है. अब विरोध ने हड़ताल का रूप ले लिया है.