हनुमानगढ़. जिले की भादरा तहसील के रहने वाले राजसिंह राठौड़ के बीएसएफ में उप महानिरीक्षक (प्रधान स्टाफ अधिकारी) के पद से पदोन्नत होकर महानिरीक्षक बनने पर क्षेत्र में खुशी का माहौल है. राजसिंह राठौड़ अपने व्यक्तित्व के चलते हनुमानगढ़ क्षेत्र में राजा साहब के नाम से पहचान रखते है.
राठौड़ की अधिकतर शिक्षा कोटा में हुई. इन्होंने अपने लंबे सेवाकाल में पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं के अलावा बल मुख्यालय दिल्ली, श्रीनगर और गांधीनगर में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया. राजसिंह राठौड़ जून 1986 को बतौर सहायक कमांडेंट के गौरवशाली पद से जुड़ थे. 1990 के दशक में जब जम्मू और कश्मीर में उग्रवाद अपनी चरम सीमा पर था तब आपने बतौर कंपनी कमांडर कश्मीर में आतंकवाद विरोधी आपरेशनों में कई उग्रवादियों को पकड़ा.
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इसके साथ ही साल 1997 में संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय पुलिस टास्क फोर्स के भारतीय दल का हिस्सा रहें और बोस्नीया एवं हर्जेगोविना में संयुक्त राष्ट्र के मिशन में काम किया. इस दौरान उनके द्वारा शरणार्थियों और विस्थापितों के मामले की निगरानी में उनके प्रयासों की भारतीय शांति सेना और अन्य अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने काफी सराहना की. सितंबर 2002 में बतौर कमाडेंट 108 बटालियन अजनाला और पंजाब में कार्यभार ग्रहण किया. साल 2012 में गुजरात राज्य विधानसभा चुनाव में गृह मंत्रालय की ओर से चुनाव डयुटी में आए हुए केंद्रिय सशस्त्र बलों की तैनाती के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था. जिसे उन्होनें बखूबी निभाया और उनके कार्यों की सराहना की गई.
बता दें कि 2013 में उन्होनें क्षेत्रीय मुख्यालय मालदा में बतौर उप महानिरीक्षक पद पर पदभार संभाला. इस अवधि के दौरान लगातार सीमा पर प्रभावी वर्चस्व द्वारा सीमा पर रहने वाली आबादी के बीच सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए निगरानी की और उनके नेतृत्व में उनके अंतर्गत आने वाली वाहिनीयों ने भारी मात्रा में सामान और भारतीय जाली मुद्रा जब्त की. इस मुख्यालय में साल 2017 में बतौर उप महानिरीक्षक सामान्य का पदभार ग्रहण किया और अगस्त 2019 को बतौर उप महानिरीक्षक प्रधान स्टाफ अधिकारी का पदभार संभाला.