ETV Bharat / state

हनुमानगढ़ में तेज बारिश से कृषि मंडी में रखी फसलें हुई खराब, मकान की छत गिरी - rain in hanumangarh

शनिवार रात को हुई मूसलाधार बारिश से जहां एक ओर कृषि उपज मंडी हनुमानगढ़ में पानी भर गया जिससे व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ. दूसरी तरफ तेज बारिश से एक मकान की छत गिर गई. हालांकि जान-माल का नुकसान नहीं हुआ.

मंडी परिसर में भरा पानी
author img

By

Published : Jun 16, 2019, 5:12 PM IST

हनुमानगढ़. शनिवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद कृषि उपज मंडी में अव्यवस्थाओं की पोल आखिर खुल गई. इस बार भी मंडी में बारिश का पानी भारी मात्रा में जम गया. करीब एक एक फुट तक पानी का जमा हुआ है, जिससे मंडी में रखी हुई सरसों और गेहूं की जींस खराब हो गई. इससे व्यापारियों में भारी आक्रोश देखने को मिला.

व्यापारियों का कहना है कि पूर्व में जो बारिश आई थी तब भी उनका काफी नुकसान हुआ था. इसके बावजूद प्रशासन ने सबक नहीं लिया. कृषि उपज मंडी शुल्क भी लेती है, लेकिन सुधार नहीं हुए. मंडी के अंदर व्यवस्थाएं न के बराबर है. पानी की निकासी भी नहीं हो रही है, जिसके चलते आए दिन फसलें खराब हो जाती है और मंडी सचिव को जब फोन किया जाता है तो उसकी ओर से फोन नहीं उठाया जाता है. ऐसे में व्यापारियों में रोष देखा गया.

मंडी परिसर में भरा पानी

करीब 3 घंटे की देरी से मौके पर उपखंड अधिकारी और नगर परिषद के आयुक्त पहुंचे जिन्होंने मंडी का जायजा लिया. उन्होंने भी स्वीकार किया कि कृषि उपज मंडी के अधिकारी फोन स्विच ऑफ करके आराम से सो रहे हैं. उपखंड अधिकारी कपिल यादव ने कहा कि ऐसे अधिकारियों के बारे में जिला कलेक्टर को अवगत करवाया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी.


तेज बारिश से मकान की छत ढही
इधर कस्बे के वार्ड 8 में तेज बरसात के चलते एक कच्चे मकान की छत गिर गई. गनीमत रही की जान माल का नुकसान नहीं हुआ. छत गिरने की लोगों ने जो वजह बताई है वह है सरकारी सिस्टम की अनदेखी. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बीपीएल परिवार के लोगों ने मकान बनाने के लिए फाइलें नगर परिषद में जमा करवा रखी है लेकिन अभी तक उन्हें पैसा नहीं मिला है जिसके चलते वे अपने कच्चे मकान को पक्का बनाने में सक्षम नहीं है और नतीजा यह हुआ कि बरसात आते ही मकान की छत गिर गई.

लोगों का आरोप है कि उनकी प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि अभी तो मानसून से पहले की बरसात है और जब मानसून आएगा तब उनके क्या हालत होगी.

हनुमानगढ़. शनिवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद कृषि उपज मंडी में अव्यवस्थाओं की पोल आखिर खुल गई. इस बार भी मंडी में बारिश का पानी भारी मात्रा में जम गया. करीब एक एक फुट तक पानी का जमा हुआ है, जिससे मंडी में रखी हुई सरसों और गेहूं की जींस खराब हो गई. इससे व्यापारियों में भारी आक्रोश देखने को मिला.

व्यापारियों का कहना है कि पूर्व में जो बारिश आई थी तब भी उनका काफी नुकसान हुआ था. इसके बावजूद प्रशासन ने सबक नहीं लिया. कृषि उपज मंडी शुल्क भी लेती है, लेकिन सुधार नहीं हुए. मंडी के अंदर व्यवस्थाएं न के बराबर है. पानी की निकासी भी नहीं हो रही है, जिसके चलते आए दिन फसलें खराब हो जाती है और मंडी सचिव को जब फोन किया जाता है तो उसकी ओर से फोन नहीं उठाया जाता है. ऐसे में व्यापारियों में रोष देखा गया.

मंडी परिसर में भरा पानी

करीब 3 घंटे की देरी से मौके पर उपखंड अधिकारी और नगर परिषद के आयुक्त पहुंचे जिन्होंने मंडी का जायजा लिया. उन्होंने भी स्वीकार किया कि कृषि उपज मंडी के अधिकारी फोन स्विच ऑफ करके आराम से सो रहे हैं. उपखंड अधिकारी कपिल यादव ने कहा कि ऐसे अधिकारियों के बारे में जिला कलेक्टर को अवगत करवाया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी.


तेज बारिश से मकान की छत ढही
इधर कस्बे के वार्ड 8 में तेज बरसात के चलते एक कच्चे मकान की छत गिर गई. गनीमत रही की जान माल का नुकसान नहीं हुआ. छत गिरने की लोगों ने जो वजह बताई है वह है सरकारी सिस्टम की अनदेखी. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बीपीएल परिवार के लोगों ने मकान बनाने के लिए फाइलें नगर परिषद में जमा करवा रखी है लेकिन अभी तक उन्हें पैसा नहीं मिला है जिसके चलते वे अपने कच्चे मकान को पक्का बनाने में सक्षम नहीं है और नतीजा यह हुआ कि बरसात आते ही मकान की छत गिर गई.

लोगों का आरोप है कि उनकी प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि अभी तो मानसून से पहले की बरसात है और जब मानसून आएगा तब उनके क्या हालत होगी.

Intro:मूसलाधार बारिश ने कृषि उपज मंडी समिति की खोली पोल
भारी बारिश से मंडी में भरा पानी
फसल का उठाव नहीं होने से व्यापारियों को भारी नुकसान
व्यापारियों में भारी आक्रोश दी आंदोलन की चेतावनी

हनुमानगढ़ जंक्शन में देर रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद कृषि उपज मंडी समिति की पोल सबके सामने आ गई है पूर्व की तरह इस बार भी मंडी में वर्षा का पानी भर गया करीब एक 1 फुट तक पानी का जमा हुआ जिससे मंडी में रखी हुई सरसों और गेहूं की फसल खराब हो गई इससे व्यापारियों में आक्रोश फैल गया व्यापारियों का कहना है कि पूर्व में जो बारिश आई थी तब भी उनका काफी नुकसान हुआ था किसानों का नुकसान हुआ था उसे यहां के प्रशासन ने सबक नहीं लिया कृषि उपज मंडी शुल्क भी लेती है लेकिन वह शुल्क जाता कहां है उन्हें नहीं पता क्योंकि मंडी के अंदर जो व्यवस्थाएं हैं वह न के बराबर है पानी की निकासी नहीं हो रही है जिसके चलते आए दिन फसलें खराब हो जाती है और मंडी सेक्रेटरी को जब फोन किया जाता है तो फोन नहीं उठाया जाता मौके पर कोई अधिकारी नहीं पहुंच रहा है इससे उन्हें काफी आक्रोश है और अगर यही नतीजा रहा तो बड़ा आंदोलन करेंगे


Body:बिशन गर्मी से लोगों को कुछ राहत मिली जब देर रात अचानक से मूसलाधार बारिश शुरू हुई करीब 3:00 बजे शुरू हुई बरसात तकरीबन सुबह 7:00 बजे तक चलती रही लोगों को गर्मी से तो राहत मिल गई लेकिन हनुमानगढ़ कृषि उपज मंडी समिति के व्यापारियों के चेहरे उतर गए क्योंकि कृषि उपज मंडी समिति प्रशासन की नाकामी के कारण उनकी फसलें खराब हो रही है मंडी के अंदर करीब एक 1 फुट तक पानी भर गया इस बाबत अधिकारियों को अवगत करवाना चाहा लेकिन अधिकारी फोन स्विच ऑफ करके आराम की नींद सो रहे हैं इससे व्यापारियों में आक्रोश फैल गया उन्होंने कहा कि यहां का मंडी प्रशासन से शुल्क भी लेता है लेकिन खर्च नहीं किया जा रहा इससे उनकी फसलें खराब हो रही है

बाईट व्यापारी 2
व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए करीब 3 घंटे की देरी से मौके पर उपखंड अधिकारी और नगर परिषद के आयुक्त पहुंचे जिन्होंने मंडी का जायजा लिया उन्होंने भी स्वीकार किया कि कृषि उपज मंडी के अधिकारी फोन स्विच ऑफ करके आराम से सो रहे हैं उनका भी फोन नहीं उठा रहे इसके खिलाफ के जिला कलेक्टर को अवगत करवाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई करवाएंगे और जो व्यापारियों की समस्या है उसे जल्द दूर जरूर करवाएंगे

बाईट कपिल यादव उपखंड अधिकारी

वाल्क थ्रू गुलाम नबी



Conclusion:जब भी बरसात होती है तब तक व्यापारियों और किसानों की फसलें यूं ही खराब होती है इसके बावजूद यहां का प्रशासन कृषि उपज मंडी प्रशासन कोई सबक नहीं ले रहा है अब यह चेतावनी दी है कि अगर मंडी समिति में पानी की निकासी दुरुस्त नहीं करवाई जाती है तो वे उग्र आंदोलन करेंगे अब देखना होगा कि यहां का प्रशासन कब मंडी समिति की सुध लेता है और व्यापारियों किसानों को राहत मिलती है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.