हनुमानगढ़. एक बार फिर हनुमानगढ़ पर टिड्डियों का खतरा मंडराने लगा है. 2 दिन पहले की सूचना के मुताबिक श्रीगंगानगर के पास पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हुए गांव मिर्जावाले के इलाकों में टिड्डी दल उड़ता हुआ दिखाई दिया. ये दल बुधवार दोपहर को पदमपुर और उसके बाद तेजी से हनुमानगढ़ की तरफ बढ़ा.
टिड्डी दल पहले भी हनुमानगढ़ पर अटैक कर चुका है, जिसका परिणाम खतरनाक रहा है. टिड्डियां एक बार जिस फसल पर बैठ जाती हैं, उसे कुछ ही मिनट में नष्ट कर देती हैं.
राजस्थान के पाकिस्तान से सटे बॉर्डर के इलाके से टिड्डी दल भारत में प्रवेश कर रहा है. ये टिड्डियां 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ती हैं और 1 दिन में करीब 100 किलोमीटर की दूरी तय कर लेती हैं.
प्रशासन अलर्ट
टिड्डियों के दोबारा हमला करने की सूचना के बाद कृषि विभाग सक्रिय हो गया है. कृषि अधिकारी ने बताया, कि सूचना के बाद हमने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिले के जिन इलाकों से टिड्डियों के आने की संभावना है, वहां टिड्डियों को नष्ट करने के लिए लोगों को तैनात किया गया है. ट्रैक्टरों का भी इंतजाम है. किसानों को जागरूक किया जा रहा है. पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं.
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अन्नदाता परेशान
टिड्डी के आतंक से इलाके के किसान परेशान हैं. किसानों की फसल एक बार नष्ट हो चुकी है. दोबारा टिड्डियों के हमले की खबर से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच आईं हैं. इससे पहले किसान अपनी फसलों को बचा पाने में नाकाम रहे थे. प्रशासन भी कुछ खास मदद नहीं कर पाया था.
राजस्थान के जालोर, जोधपुर, बीकानेर, पाली, चूरू, नागौर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में टिड्डियों के हमले का असर दिख रहा है. अबतक करीब 3 लाख 10 हजार हेक्टेयर इलाके में किसानों की फसलें प्रभावित हुईं हैं. ऐसे में किसानों को सचेत रहने की जरूरत है. वहीं सरकार और अधिकारियों को भी सुरक्षा के बेहतर इंतजाम करना चाहिए.