हनुमानगढ़. किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए पिछले 7 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डरों पर डेरा डाले हुए हैं. आंदोलन को लेकर राजस्थान के किसान अब तक शांत दिख रहे थे, लेकिन बुधवार को हनुमानगढ़ के किसान भादरा-हिसार बाईपास तिराहे पर एकत्रित हुए और दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
जानकारी के अनुसार पहले विधायक बलवान पूनिया का भादरा, सादुलपुर, पिलानी से बहरोड़ होते हुए दिल्ली कूच का कार्यक्रम था, लेकिन शीर्ष नेताओं के निर्देश के बाद अब वे हिसार और रोहतक होते हुए टिकरी बार्डर पहुचेंगे. इस दौरान बलवान पूनिया ने कहा कि देश भर के 450 किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों के वापसी की मांग को लेकर आंदोलनरत है.
विधायक बलवान पूनिया ने कहा कि यह कानून किसान और छोटे व्यापारी को बर्बाद करने वाला है. उन्होंने कहा कि इन तीनों कानूनों से किसानों का खेती से मोह भंग हो जाएगा. बता दें कि किसान नेता सौरभ राठौड़ के नेतृत्व में हनुमानगढ़ के किसान दिल्ली पहुंच गए हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार की ओर से किसानों की मांगों के अनुरूप कृषि कानूनों में संशोधन नहीं किया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर महापड़ाव
राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर बुधवार को राजस्थान के किसानों की एक महापंचायत आयोजित होगी. इसको लेकर राजस्थान के किसान राष्ट्रीय किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में हरियाणा बॉर्डर पर जुटने लगे हैं. महापंचायत के बाद दिल्ली कूट या दिल्ली जाने वाले नेशनल हाईवे को जाम करने के लिए महापड़ाव करने पर निर्णय लिया जाएगा. महापंचायत के बाद जो निर्णय लिया जाएगा, उसी के अनुसार किसान आगे बढ़ेंगे.