हनुमानगढ़. प्लास्टिक के कारण पर्यावरण प्रदूषित होता जा रहा है. पशुओं की प्लास्टिक खाने से मौत हो रही है. कई सरकारों इसके खिलाफ काफी अभियान और योजनाएं भी चला रखी है, वहीं कानून भी कड़े किये हैं. लेकिन, प्लास्टिक निरंतर बाजारों में जारी है.
प्लास्टिक रोकने के लिए हनुमानगढ़ संघ कार्यकारिणी ने निर्णय लेते हुए बार संघ परिसर में प्लास्टिक के कपों को पूरी तरह से बैन कर दिया है. जितने भी कार्यालय परिसर में चाय वाले हैं उनको डिस्पोजल प्लास्टिक कप रखने से मना कर दिया गया है, और सिर्फ कांच के कप और गिलास में ही चाय देने का आदेश दिया गया है.
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बार संघ के सचिव योगेश का कहना है कि पर्यावरण को बचाने के लिए जितने भी प्रयास किए जाए उतनी कम है, उसमें एक शुरुआत की है कि बार संघ कार्यालय परिसर में प्लास्टिक को पूरी तरह से बैन किया जाए. इसके लिए चाय वालों को निर्देशित भी कर दिया गया है.
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वहीं चाय वालों ने भी प्लास्टिक के कपों को रखने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा है कि जिस तरह से बार संघ ने उन्हें निर्देशित किया है उसके बाद वे अब प्लास्टिक के कप उपयोग में नहीं लाएंगे और ग्राहक को सिर्फ कांच के गिलास और कप में ही चाय देंगे.
निश्चित तौर पर बार संघ कार्यकारिणी की यह पहल काफी सराहनीय है. प्लास्टिक को अगर पूरी तरह से बंद कर दिया जाए तो पर्यावरण प्रदूषण से बचा जा सकता है.अब देखना होगा कि बार संघ के इस निर्णय के बाद कितने लोग जागरूक होते हैं और प्लास्टिक को बैन करने में सहयोग करते हैं.