हनुमानगढ़. पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में भारी बरसात और पानी की अधिक आवक के कारण घग्गर नदी में पानी की आवक अचानक से बढ़ गई है. इससे हनुमानगढ़ जिले में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है. इसको लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. हालांकि जिला प्रशासन पिछले 7 दिनों से जिले में बाढ़ की आशंका जता रहा है.
बाढ़ के खतरे की वजह से बुधवार को जिला कलेक्टर रुकमणी रियार, सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता अमरजीत मेहडा, एसडीएम अवि गर्ग पूरे अमले के साथ 108 आरडी पहुंचे. वहां जीडीसी पर डीएम रुक्मणि रियार ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया क्योंकि पहली बार जीडीसी में पानी की आवक इतनी बढ़ी है. बता दें कि 2बजे तक जीडीसी में 13,000 क्यूसेक पानी चल रहा है. वहीं डीएम मौके पर जाकर ग्रामीणों से भी बातचीत कर रही है. डीएम रियार ने जीडीसी की पटरी पर पहरा देने को लेकर ग्रामीणों से अपील की है. डीएम का कहना है कि हम कहीं भी रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. अब से जीडीसी की हर आरडी पर पटवारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी. इसके साथ ही हर समय पानी के लेवल की मॉनिटरिंग की जाएगी. इसके अलावे कलेक्टर ने 108 आरडी पर अधिक पानी आने पर बेरिकेडिंग लगाने के निर्देश भी दिए.
हनुमानगढ़ जिले में घग्गर नदी में बाढ़ का खतरा गहराया हुआ है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इसको लेकर जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं. यूं कहे कि पूरा प्रशासन अलर्ट मोड पर है. अगले 48 घंटे काफी संवेदनशील हैं और प्रशासन के लिए परीक्षा की घड़ी है. दूसरी तरफ आज टिब्बी और सहजीपुरा गांव के पास नदी के तटबंधों में रिसाव आ गया और पूर्व मंत्री डॉक्टर रामप्रताप ने मौके पर पहुंचकर अधिकारियो से बातचीत की और स्थिति को संभाला. मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से अधिकारियों ने रिसाव को तुरंत बंद करवाया. वहीं तटबंधों के दौरे के दौरान जिला कलेक्टर रूकमणि रियार और अन्य अधिकारियों ने आज घग्गर नदी के निचले इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए.
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इस दौरान जिला कलेक्टर ने बताया कि हरियाणा के ओटू हैड से 35,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. राजस्थान में अभी करीब 22200 क्यूसेक पानी चल रहा है. जिसको सेम नाला और नाली बेल्ट के साथ ही आईजीएनपी में डालकर चलाया जा रहा है. नाली बेल्ट में कल शाम तक 6,000 क्यूसेक पानी की आवक रही. जो कि पिछले साल की तुलना में करीब 500 क्यूसेक ज्यादा है. वहीं सेम नाला में इस बार भारी मात्रा में पानी चलाया जा रहा है. इसको लेकर प्रशासन की तरफ से विशेष सावधानी बरती जा रही है. इसके अलावा रावतसर क्षेत्र की कुछ ढाणियों सहित नीचले इलाकों पर पूरी निगरानी रखी जा रही है. इस दौरान जिला कलेक्टर ने नदी के निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आह्वान भी किया.