हनुमानगढ़. जिले में भारतीय जनता मजदूर महासंघ की ओर से 3 दिनों से चल रहा आमरण अनशन प्रशासन के साथ वार्तालाप के बाद मुख्य प्रबंधक द्वारा जूस पिलाकर तुड़वाया गया. आमरण अनशन के बाद वार्ता में सीनियरिटी पूर्ण रुप से लागू करने तथा मेडिकल कर्मचारियों का जो प्रमाण पत्र की अवधि समाप्त हो गई है, उन्हें भी रोड पर चलाने के आदेश दिए गए.
कर्मचारियों का कहना है कि उनकी एकता की जीत हुई है. जो मांगे पिछले लंबे समय से नहीं मानी जा रही थी अब आमरण अनशन के बाद उन्हें मजबूरी में उन्हें मांगे माननी पड़ी. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार को आंदोलन पसंद है इसके बाद ही सरकार की आंखें खुलती है, और जो समस्याएं हैं उनका हल किया जाता है.
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वहीं रोडवेज के मुख्य प्रबंधक बसन्त पंवार ने कहा कि कर्मचारी जो मांगे लेकर धरने पर बैठे थे उन सभी 9 मांगों को मान लिया गया है. लंबे समय से जो मांगे लंबित पड़ी थी उन्हें भी मान लिया गया है. बता दें कि पिछले 3 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे कर्मचारियों के आगे रोडवेज प्रशासन को झुकना पड़ा और उनकी सभी मांगों का स्वीकार करना पड़ा है.