हनुमानगढ़. सिंचाई विभाग के सामने पिछले 18 दिनों से श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले के किसानों ने धरना दे रखा था, मांग थी के नहरों को चार में से दो समूह में चलाया जाए. इसके चलते उन्होंने लंबे समय तक धरना प्रदर्शन किया.
बता दें कि किसानों की राज्य प्रशासन के साथ वार्ता हुई, वार्ता में किसानों ने मांग रखी कि परामर्श दात्री की एक बैठक बुलाई जाए और उस बैठक में जो निर्णय होगा उसके आधार पर किसान अपने पानी की मांग रखेंगे. वहीं किसानों ने कहा कि नेहरों को अगर चार में से दो समूह में नहीं चलाया जाता है तो उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी. कुछ फसलों की बिजाई भी नहीं होगी, इसके चलते उन्होंने आंदोलन किया था.
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वहीं सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता विनोद मित्तल के अनुसार वार्ता के अंदर किसानों से सहमति बनी है कि परामर्श दात्री की बैठक आयोजित की जाएगी और उस बैठक के बाद में निर्णय लिया जाएगा, कि किसानों को कितना और किस हिसाब से पानी दिया जाएगा.