हनुमानगढ़. जिले के तलवाड़ा झील पुलिस को साल 2017 में इंदिरा गांधी नहर में एक बच्ची का सड़ा गला शव मिला था. जिस पर पुलिस ने शव को एक बच्ची की गुमशुदगी दर्ज करवाने वाले परिजनों को सौंप दिया. इसके बाद परिजनों ने उसे अपनी बेटी समझ कर उसका दाह संस्कार कर दिया.
यह मामला हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले से जुड़ा हुआ है. जून 2017 में श्रीगंगानगर के पुरानी आबादी थाने में पति-पत्नी और बेटी के गायब होने के संबंध में गुमशुदगी दर्ज हुई थी. जून में ही एक बच्ची की हनुमानगढ़ में मसीतांवाली हेड पर इंदिरा गांधी नहर में तलवाड़ा झील पुलिस को सड़ी-गली अवस्था में एक बच्ची की लाश मिली थी. इसको पुलिस और परिजनों ने नवनीता की शव मान कर अंतिम संस्कार कर दिया था.
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हाल ही में आई डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट में परिजनों के डीएनए से बच्ची का डीएनए मेल नहीं खाया. अब DNA में ये खुलासा हुआ है कि वो उनकी नवीनता का शव नहीं था. इस संबंध में दोबारा मामला दर्ज करवाया गया है. इसकी सूचना श्रीगंगानगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से डाक द्वारा हनुमानगढ़ पुलिस को दी गई है.
इस पर हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के निर्देश पर तलवाड़ा झील पुलिस ने अज्ञात बालिका के शव बरामदगी को लेकर मामला दर्ज किया है. वहीं मसीतांवाली चौकी प्रभारी विजेंदर नेहरा अब इस सारे प्रकरण की जांच कर रहे हैं.