हनुमानगढ़. कृषि कानूनों के खिलाफ चलाए गए किसान संवाद कार्यक्रम में शामिल होने प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया हनुमानगढ़ पहुंचे. कृषि मंत्री से जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन, एसपी राशि डोगरा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सर्किट हाउस में मुलाकात की, मंत्री लालचंद कटारिया ने अधिकारियों से जिले का फीडबैक लिया.
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को लेकर जहां भाजपा प्रतिनिधि गांव-गांव जाकर किसान चौपालों का आयोजन कर किसानों को कृषि कानूनों के फायदे गिनवा रहे हैं. वहीं अब राजस्थान कांग्रेस जय जवान-जय किसान के नारे को बुलंद करते हुए भाजपा के चौपाल कार्यक्रमों के जबाव में केंद्र सरकार के खिलाफ मैदान में उतर गई है. कांग्रेस सरकार के विधायक और मंत्री जिले-जिले में जाकर किसान संवाद कार्यक्रमों का आयोजन कर किसानों को कृषि कानूनों के नुकसान और केंद्र सरकार की मंशा से अवगत करवा रहे हैं.
कृषि मंत्री लालचंद कटारिया मंगलवार को हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित किसान संवाद कार्यक्रम में किसानों से रूबरू हुए. उनके साथ पीसीसी प्रभारी फूसाराम गोदारा भी उपस्थित रहे. स्थानीय विधायक चौधरी विनोद कुमार, जिला प्रमुख कविता मेघवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र दादरी सहित नगरपरिषद सभापति गणेश राज बंसल व अन्य कांग्रेस जन शामिल हुए.
कृषि कानूनों के विरोध की अपील
संवाद कार्यक्रम में किसानों को कृषि कानून के नुकसान बताते हुए किसानों, महिलाओं और युवाओं से एकजुट होकर कृषि कानूनों और सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने की अपील की. वहीं किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 2 मिनट का मौन रखा.
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संवाद कार्यक्रम के बाद कृषि मंत्री पत्रकारों से भी रूबरू हुए और कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे धरना प्रदर्शन का समर्थन किया. साथ ही उनका कहना था कि जब किसान शर्ट पहनना ही नहीं चाहता तो केंद्र सरकार किसानों को जबर्दस्ती शर्ट पहनाने को क्यों आतुर हो रही है. इन कृषि कानूनों में प्रमुख दो विसंगतियां हैं. पहली न्यूनतम समर्थन मूल्य का कहीं जिक्र नहीं है और दूसरी स्टॉक सीमा खत्म होने के बाद बड़े घरानों का खेती किसानी में बड़ा हस्तक्षेप हो जाएगा. जिसका आने वाले समय में बड़ा कुप्रभाव किसानों, व्यपारियों और पशुपालकों पर पड़ेगा.
वहीं जब उनसे हनुमानगढ़ व राजस्थान के किसानों को आ रही कई समस्याओं के बारे में पूछा तो वे सारी बात स्थानीय विधायक व मुख्यमंत्री पर टालते हुए नजर आए.
कृषि विश्वविद्यालय खोलने की मांग पर दिया आश्वासन
स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने मंत्री कटारिया को हनुमानगढ़ की स्थानीय समस्यायों के समाधान के लिए ज्ञापन पत्र भी सौंपे, जिसमें प्रमुख रूप से जिले में कृषि विश्वविद्यालय खोलने, जिले की सबसे बड़ी समस्या से कटारिया को अवगत करवाया गया. इस पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया.
तय कार्यक्रम के अनुसार हनुमानगढ़ से रवाना होकर कृषि मंत्री नोहर पहुंचे, जहां दोपहर किसान संवाद कार्यक्रम के तहत नोहर-भादरा क्षेत्र के किसानों से संवाद किया. यहां के कार्यक्रम के बाद नोहर से शाम को रवाना होकर हनुमानगढ़ पहुंचेंगे और वापस जयपुर रवाना होंगे.