हनुमानगढ़. जिले में कोरोना के 70 नए मरीज मिले हैं. जिले में पहली बार इतनी संख्या में संक्रमित मरीज सामने आए हैं. वहीं कोरोना ने जिला जेल में भी दस्तक दे दी है. रिपोर्ट में जेल में एक प्रहरी और 37 बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. वहीं 32 नए मरीज जंक्शन और टाउन से हैं. फिलहाल पॉजिटिव बंदियों को जेल में दूसरे बंदियों से अलग वार्ड में रखा गया है. जेल में चिकित्सा सुविधा के माकूल प्रबंध नहीं होने पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से मेडिकल टीम की डिमांड की गई है.
इस बीच पॉजिटिव बंदियों को जेल भेजने या कोर्ट पेशी पर लेकर गए पुलिसकर्मियों ने खुद को आइसोलेट कर लिया है, ताकि कोरोना का फैलाव नहीं हो. बताया जा रहा है कि जेल में बंदियों को तीन-चार दिनों से खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण आ रहे थे. इस पर एहतियात के तौर पर सैंपल लिए गए थे और कोरोना जांच के लिए बीकानेर भेजे गए. सैंपलों की रिपोर्ट में जिला जेल में प्रहरी सहित 38 बन्दियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
वहीं टाउन में किले के पास 26 वर्षीय युवती, आईडीबीआई बैंक टाउन में 2, जंक्शन में एक 54 वर्षीय मेडिकल स्टोर संचालक, जिला अस्पताल में 1, वार्ड नं. 19 में भटनेर पैलेस के पास 1, नगरपरिषद स्कूल प्रेमनगर के पास 1, हाउसिंग बोर्ड वार्ड 15 जंक्शन में 1, वार्ड 4 वाल्मिकी मोहल्ला नोहर में 1 और वार्ड 45 हनुमानगढ़ जंक्शन में मां-पुत्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
यह भी पढ़ें- Corona Update: प्रदेश में 1805 नए कोरोना पॉजिटिव आए सामने, कुल आंकड़ा पहुंचा 188048
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि दो दिन पहले 65 बंदियों के सैंपल लिए गए थे. इसमें 37 बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अब जिला प्रशासन ने सभी बंदियों की सैंपलिंग कराने के निर्देश दिए हैं. इस पर विभाग ने तैयारिया शुरू कर दी है. मंगलवार को विभाग की टीमें जेल में पहुंचकर करीब 450 बंदियों की सैंपलिंग का काम शुरू करेंगी. इसमें तीन-चार टीमें लगाई जाएगी, ताकि शीघ्र सैम्पलिंग का कार्य पूरा हो सके.
बता दें कि जिले में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या बढ़ने लगी है. वहीं स्वास्थ्य विभाग ने मीडिया को दिए जा रहे मेडिकल बुलिटेन की जानकारी देना बंद कर दिया है. मौत के आंकड़ों की जानकारी भी छुपाई जा रही है. हलांकि आंकड़ों की जानकारी नहीं देने पर सरकार के दो मंत्रियों से इस बारे में पूछा गया तो, उनका कहना था कि सरकार की तरफ से ऐसे कोई आदेश नहीं है. अगर स्वास्थ्य विभाग आंकड़े छुपा रहा है, तो जांच करवाई जाएगी.