हनुमानगढ़. शहर के कई वार्डों में राशन डिपो संचालकों द्वारा गेहूं का वितरण नहीं किया जा रहा है. पिछले 2 माह का गेहूं अभी भी वितरित होना बाकी है. इसके चलते वार्डवासियों ने पूर्व में प्रदर्शन कर ज्ञापन भी सौंपा था. जिस पर प्रशासन ने 16 तारीख तक का आश्वासन दिया था, मगर 16 जून भी बीत जाने के बाद अभी तक वार्ड वासियों को गेहूं नहीं मिल पाया है. इसके चलते सभी वार्डों के पार्षदों ने मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया और मांग की कि जल्द ही लोगों को बकाया गेहूं वितरित किया जाए, नहीं तो बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा.
जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे अलग-अलग वार्डों के पार्षदों ने कहा कि रसद विभाग के अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं. राशन डिपो संचालक अपनी मनमानी कर रहे हैं. जिसके चलते गरीब परिवारों को उनके हक का गेहूं भी नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब से राज्य में कांग्रेस सरकार आई है, तब से गरीब लोगों को उनका गेहूं तक नहीं मिल रहा है और यहां के जो रसद अधिकारी है, राशन डिपो संचालक है, अपनी मनमानी कर रहे हैं. इसके लिए पहले भी प्रदर्शन किया गया था, मगर कोई हल नहीं निकला.
अब जिला कलेक्टर से मिलकर गुहार लगाने आए हैं कि गरीब लोगों के मुंह का निवाला नहीं छीना जाए. वरना वे उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे. पार्षदों के आक्रोश को देखते हुए जिला कलेक्टर ने अपने ही चैंबर में रसद अधिकारी को बुलाया और राशन डिपो की जांच करने के आदेश दिए और जिनका गेहूं बकाया है, उनको तुरंत प्रभाव से गेहूं आवंटित करने के निर्देश दिए है. वहीं पार्षदों ने कहा कि हमेशा ही डिपो संचालक अपनी मनमर्जी कर रहे हैं. जिससे कि लोगों को उनका राशन लेने में परेशानी होती है.
हालांकि पूर्व में भी वार्ड नागरिकों द्वारा राशन वितरण को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया था. इसके बाद उन्हें आश्वासन दिया गया था कि कुछ समय में ही राशन वितरण व्यवस्था सही कर दी जाएगी, लेकिन अभी तक राशन वितरण व्यवस्था सही नहीं हुई है. गरीब लोगों को उनका गेहूं नहीं मिल रहा है. मजबूरी में उन्हें महंगे दामों पर गेहूं खरीदना पड़ता है, जो कि उनके लिए ज्यादा दिन तक संभव नहीं है. अब देखना होगा कि जिला कलेक्टर के आश्वासन के बाद कब लोगों को उनके हक का गेहूं मिल पाता है.