आसपुर(डूंगरपुर). कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन पार्ट-2 जारी है. ऐसे में इस महामारी से निपटने के लिए तमाम लोग अपने-अपने स्तर से सेवा कार्य में जुटे हुए हैं. जिसमें चिकित्सक, पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी शामिल हैं. घरों से दूर तमाम ऐसे कार्मिक संकट की इस घड़ी से निपटने के लिए न केवल रात दिन जुटे हुए हैं बल्कि पहले से ही तय हो चुके तमाम मांगलिक कार्य को भी टाल रहे हैं.
राज्य के सीमांत जिले के दूरस्थ क्षेत्र में तैनात एक चिकित्सक ने कोरोना संकट को देखते हुए अपना विवाह स्थगित कर दिया है. जबकि सरकार ने न्यूनतम लोगों के साथ विवाह आदि कार्य कराने की अनुमति दी है. मूल रूप से सीकर के रहने वाले डॉ. अशोक यादव जिले के आसपुर ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूंजपुर में सेवाएं दे रहे हैं. 26 अप्रैल विवाह होना तय हुआ था. बारात जयपुर निवासी डॉ. सरिता यादव के घर जानी थी. परिवार के लोगों ने लॉकडाउन से पहले ही तमाम खरीदारी के साथ-साथ अन्य तैयारियां कर ली थी. रिश्तेदारों को विवाह की सूचना भी दी जा चुकी थी. इसी बीच कोरोना संकट पूरी दुनिया में छा गया.
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इस संकट से निपटने में चिकित्सकों की भूमिका अति महत्वपूर्ण हैं. स्थिति को देखते हुए डॉ. अशोक यादव ने अपना विवाह स्थगित कर दिया. अशोक ने अपना फर्ज निभाते हुए विवाह स्थगित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया. डॉ. अशोक की मंगेतर सरिता यादव बीकानेर की मेडिकल कॉलेज में सेवा दे रहीं हैं. यह भी इस संकट में दिन रात चिकित्सा व्यवस्था में जुटी हुई हैं. डॉ. अशोक ने बताया कि जिले के आसपुर क्षेत्र में कोराना पॉजिटिव केस आने के बाद इनकी रिपोर्ट अब नेगेटिव आने से चिकित्सा विभाग सहित तमाम लोगों ने राहत की सांस ली है.